रायपुर- छोलाछाप डॉक्टरों पर हो रही प्रशासन की छापामार कार्रवाई की गूंज आज विधानसभा में जोर शोर से सुनाई दी..विपक्षी सदस्यों के साथ साथ बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने ध्यानाकर्षण सूचना के जरिये इस  मामले को सदन में उठाया…..पैरामेडिकल डॉक्टरों पर कार्रवाई को लेकर ध्यानाकर्षण में पहले बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा के नाम आने पर विपक्ष ने आपत्ति जताई….विपक्षी विधायकों ने कहा- जब हमने पहले स्थगन लगाया था तो ध्यानाकर्षण के वक़्त पहले शिवरतन शर्मा का नाम कैसे आया….शिवरतन शर्मा ने कहा – चर्चा का विषय एक ही है….मैं इस मामले में समस्या पर बात करना चाहता हूँ और विपक्ष इस पर राजनीति करना चाहता है….विपक्ष केवल घड़ियाली आंसू बहाना चाहता है…आसंदी की ओर से नियमों की जानकारी देने पर विपक्षी विधायक शांत हुए…….शिवरतन शर्मा ने कहा कि  शासन के पास इतना बड़ा अमल नहीं है कि गांवो में मेडिकल सुविधाएं सही से दे पाए…..लेकिन ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई हो रही है, जो प्रैक्टिस करने के लिए पात्र हैं……बीजेपी विधायक श्रीचंद सुंदरानी ने भी पत्रों पर भी कार्रवाई के मामले में शिवरतन का किया समर्थन….भूपेश बघेल ने कहा- अधिकारी कार्रवाई के बहाने अवैध उगाही कर रहें…..पैरामेडिकल डॉक्टर सरकारी डॉक्टर के तौर पर काम कर रहें हैं, तो निजी प्रैक्टिस क्यू नहीं कर सकते….बीजेपी विधायक देवजीभाई पटेल ने सदन में कहा- छोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई के नाम पर वसूली की जा रही है….मैं इसकी सीडी भी दे सकता हूँ….सत्यनारायण शर्मा ने कहा- कार्रवाई के नाम पर डॉक्टरों को जेल में डाला जा रहा है…..स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर के जवाब से नाराज विपक्षी सदस्य गर्भगृह पहुंचकर नारेबाजी करने लगे….असंबध्ध सदस्य अमित जोगी, निर्दलीय विधायक डॉ विमल चोपड़ा और बीएसपी विधायक केशव चंद्रा भी गर्भगृह में नारेबाजी में शामिल रहे….इधर स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर ने सदन में कहा कि इस मामले में विपक्ष का आरोप बेबुनियाद है….किसी को भी जेल में नहीं डाला गया है….मंत्री चंद्राकर ने कहा- चिकित्सको की समुचित व्यवस्था का प्रयास करेंगे…..हम किसी को बंद नहीं कर रहे….कोर्ट के आदेश का पालन कर रहें….मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा- पैरामेडिकल डॉक्टर सहायक के तौर पर काम कर सकते हैं लेकिन इलाज नहीं कर सकते….जबकि यहां इलाज कर रहें थे…..डिग्री वाले जो सही हैं उन्हें कभी कोई परेशान नहीं करेगा…..मंत्री ने कहा 10 हजार में एक डॉक्टर होना चाहिए, लेकिन छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में कही नहीं है….छत्तीसगढ़ पहला राज्य होगा, जहाँ इस मापदंड को हासिल कर लेना….आरएमओ को एएमओ बना दिया गया है….मंत्री ने सदन में कहा- 5222 पर कार्यवाही की गई जबकि 4968 पर कार्यवाही लंबित है…..मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा- वसूली की एक भी शिकायत प्रमाणित कर दे विपक्ष…..मैं कार्रवाई करूँगा…..हांलाकि इस मु्द्दे पर सत्तापक्ष के साथ ही और विपक्ष के तमाम विधायकों ने राज्य सरकार की नीति की जमकर खिंचाई की…..लेकिन स्वास्थ मंंत्री ने मानव जीवन के संवेदनशील विषय का हवाला देते हुए साफ कर दिया है कि राज्य में अवैध तरीके से जो भी व्यक्ति क्लिनिक, अस्पताल या नर्सिंग होम का संचालन करता है राज्य सरकार उसको बख्शनेवाली नही है….. उन्होंने राज्य विधानसभा में साफ कर दिया है कि अवैध प्रैक्टिश करनेवाले झोला छाप डांक्टरों के खिलाफ राज्य सरकार की कार्यवाही जारी रहेगी….