रायपुर। राजधानी पुलिस को एटीएम ठगी के मामले को सुलझाने में सफलता मिली है. पुलिस ने ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किये गए आरोपी इतने शातिर हैं कि वे वारदात को अंजाम देने के लिए बुजुर्गों को मदद के नाम पर शिकार बनाते थे. पुलिस के अनुसार आरोपी पिछले पांच साल से एटीएम ठगी की घटना को अंजाम देते आए हैं. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने रायपुर में 5 और बिलासपुर जिले में 7 वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है. गिरफ्तार किये गए आरोपियों का नाम विनोद गौतम और अजीमुल अली है. दोनों आरोपी गुड़गांव के रहने वाले हैं.

ऐसे करते थे ठगी

आरोपी बेहद शातिर हैं ये अपना पहचान छिपाने के लिए चेहरे को टोपी और रुमाल से छिपाए रखते थे. इसी हालत में वे एटीएम के अंदर दाखिल होकर पैसा निकालने पहुंचे सीधे-सादे और बुजुर्गों को अपना शिकार बनाते थे. ये आरोपी मदद करने के बहाने एटीएम आए लोगों को झांसे में लेकर एटीएम का पासवर्ड जानकर कार्ड बदल देते थे.

दो महीने में 1 करोड़ कमाने की थी योजना

पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपी विनोद गौतम ने ठगी के पैसे से दिल्ली के दिलशाद गार्डन में 35 लाख रुपये का मकान खरीद चुका है इसके अलावा आरोपी इन पैसों से 5 बहनों की शादी भी कर चुका है. आरोपी अब खुद भी शादी करना चाहता था लेकिन इसके लिए उसने 2 महीने के भीतर 1 करोड़ रुपये इसी तरह ठगी से कमाने की योजना बनाई थी. लेकिन इससे पहले की वह अपनी इस योजना में कामयाब हो पाता. राजधानी पुलिस के हत्थे चढ़ गया.

पुलिस ने प्रियंका नाम की एक महिला के साथ ठगी के मामले में एटीएम का सीसीटीवी फुटेज निकलवाया जिसके बाद फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.