कानपुर। आरबीआई ने एनपीए (नॉन परफार्मिंग एसेट्स) खाता होने से रोकने के लिए बैंकों के माध्यम से बड़ा कदम उठाया है। शहर के 50 हजार से अधिक खाताधारकों को नोटिस भेजा गया है। इसमें उनसे कहा गया है कि जिस बैंक से लोन लिया है, अपना करंट अकाउंट भी वहीं चलाएं.
खाताधारक इसी बैंक से कैश क्रेडिट (सीसी) या ओवरड्राफ्ट (ओडी) की सुविधा लेता है। इसके बाद सीसी और ओडी के तहत निकाले गए रुपये जमा नहीं करते। ऐसा न होने की स्थिति में बैंकों ने खाता बंद करने की चेतावनी भी दी है। पता चला है कि खाताधारक पहले किसी एक बैंक से लोन लेता है. दूसरे बैंक में करंट अकाउंट खोलकर चलाने लगते हैं। इससे खाते एनपीए हो जाते हैं। इस पर लगाम लगाने के लिए ही आरबीआई ने नई व्यवस्था शुरू की है। आरबीआई ने यह भी कहा है कि ऐसी किसी व्यापारी या फर्म का करंट अकाउंट न खोलें, जो दूसरे बैंकों से लोन लिए हैं.
उनके सिविल स्कोर की भी जांच करें और ठीक होने पर ही खाता खोलें। सूत्रों के अनुसार आरबीआई ने एसबीआई, पीएनबी, यूनियन बैंक समेत अन्य बैंकों के माध्यम से 50 हजार से अधिक खाताधारकों को नोटिस भेजा है। नेशनल कन्फेडरेशन ऑफ बैंक इंप्लाइज के सचिव राजेंद्र अवस्थी ने बताया कि एनपीए कम करने की दिशा में आरबीआई का यह बड़ा कदम है.