Gurpatwant Singh Pannu: अमेरिका में रह रहे खालिस्तानी (Khalistan) आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने हाल में भारत (India) के बाल्कनाइजेशन (balkanization) की धमकी दी है। प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस (Sikhs for Justice) के नेता का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वो देश के बाल्कनाइजेशन की बात कर रहा है। ये वीडियो कनाडियन नेता डेविस मॉरिसन की उस बात का जवाब माना जा रहा है, जिसमें उन्होंने भारत की अखंडता पर जोर दिया था।

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बता दें कि बाल्कनाइजेशन यह एक राजनैतिक शब्द है, जो पहले विश्व युद्ध के तुरंत बाद आया था। इसका मतलब है कि किसी देश का छोटे-छोटे टुकड़ों में बंट जाना होता है। सोवियत संघ (अब रूस) से लेकर कई देशों के मामले में ये शब्द इस्तेमाल होता है।

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क्या है बाल्कनाइजेशन बाल्कनाइजेशनएक राजनैतिक शब्द है, जो तब उपयोग किया जाता है, जब किसी देश के छोटे-छोटे या कई टुकड़े हो जाएं। ये बंटवारा भाषा, रंग, तौर-तरीकों या विचारधारा, किसी भी आधार पर हो सकता है। ये वो हिस्से होते हैं जो विभाजन के बाद भी आपस में दुश्मनी रखते हैं और एक-दूसरे के क्षेत्र में अस्थिरता पैदा करते रहते हैं।

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इस शब्द का चलन बाल्कन क्षेत्र से शुरू हुआ, जहां 19वीं और 20वीं सदी के दौरान ऑटोमन साम्राज्य के पतन के बाद पूरा प्रायद्वीप कई छोटे-छोटे देशों में बंट गया और उनके बीच राजनैतिक संघर्ष और तनाव बढ़ने लगा। ये पहले विश्व युद्ध से कुछ पहले शुरू हुआ था।

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बाल्कन क्षेत्र के नाम पर आया शब्द

बाल्कन क्षेत्र दक्षिण-पूर्वी यूरोप का एक हिस्सा है. तीन तरफ पानी से घिरा होने की वजह से इसे प्रायद्वीप भी कहते हैं।  इसमें अल्बानिया, बुल्गेरिया. क्रोएशिया, ग्रीस, उत्तर मैसेडोनिया, बोस्निया, सर्बिया और रोमानिया जैसे देश आते हैं। लंबे समय तक इसपर ऑटोमन एंपायर का राज रहा लेकिन साल 1817 से लेकर 1912 तक कई संघर्ष और विवाद हुए, जिससे ये छोटे-छोटे कई देशों में बंटता चला गया। ये सभी भाषा या कल्चर के आधार पर एक-दूसरे के बैर रखते थे।

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