रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार के अटलकरण को लेकर सियासी युद्ध छिड़ गया है. रमन कैबिनेट में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर प्रदेश के कई स्थानों, संस्थानों के नामकरण करने के लिए फैसले के बाद कांग्रेस के नेता बेहद नाराज हो गए हैं. कांग्रेस नेताओं ने इसे बीजेपी सरकार स्वार्थवादी राजनीति करार दिया है. इसके साथ ही यह भी कहा कि बीजेपी फिर छत्तीसगढ़ का ही नाम क्यों छोड़ रही है वह इसे भी अटलगढ़ कर दे.

नेता-प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव के बाद भूपेश बघेल ने एक जनसरोकार के युवा कवि की कविता को आधार बनाकर काव्यात्मक ट्वीट करते हुए रमन सरकार पर करारा हमला बोला है. यहां तक इस कविता के जरिए बघेल ने अटल जी की मौत का सहारा लेकर राजनीति करने का भी आरोप लगाया है.
भूपेश बघेल ने ट्वीट करते हुए लिखा है-
“लड़खड़ा रही 15 बरस की नाव वो बेसब्री से किनारा ढूंढते हैं।
डुबते को तलाश थी तिनके की वो शव में अटल सहारा ढूंढते हैं।।
घिस गए पुराने जुमले सारे नए दौर में नया नारा ढूंढते हैं।
यह परिपाटी आज की नहीं है काल-काल मे गधे चारा ढूंढते हैं।।”
लेकिन इस कविता में दिलचस्प बात ये है कि युवा कवि  ने बहुत ही चतुराई से आजादी के बाद से ही देश में चल आ रही नामकरण की राजनीति पर चुटकी ले ली है. जिसका सीधा इशारा कांग्रेस की पुरातन परंपरा चोट करना भी है.

इसके साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ के महारुषों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए
ट्वीट करते हुए लिखा है-
ओढ़कर चोला बेशर्मी का वे गजब ढाने लगे।
मातम में भी तिहार मनाने की हिम्मत वे दिखाने लगे
छाया ऐसा नशा सत्ता के अहंकार का उनपे,
अपने प्रदेश वाले ही उन्हें गैर नजर आने लगे।