रायपुर। छत्तीसगढ़ में निजीकरण को लेकर सियासत बेहद गरमा गई है. कांग्रेस ने निजीकरण का कड़ा विरोध किया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने इस मामले में निजी संस्थानों को कड़ी चेतावनी जारी कर दी है. भूपेश बघेल ने निजी संस्थानों से कहा है कि, बोली लगाने से पहले वे सोच-समझकर निर्णय लें. क्योंकि कांग्रेस की सरकार आएगी तो सबसे पहले निजीकरण के फैसले को कांग्रेस पलट देगी.
भूपेश बघेल ने ये चेतावनी ट्विटर के जरिए दी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है, कि कांग्रेस की प्राथमिकता पहले गरीब जनता है. ऐसे में निजीकरण से गरीबों को होने वाले नुकसान की कांग्रेस को चिंता लिहाजा निजीकरण का फैसला गलत है. ऐसे में जहाँ भी सरकारी संस्थानों को निजीकरण होगा उसका कड़ा विरोध किया जाएगा.

आपको बता दे कि छत्तीसगढ़ के भीतर में कई सरकारी संस्थानों को निजी हाथों में सौंपने की चर्चा है. खास तौर पर स्वास्थ्य सेवाओं में कई कामों का निजीकरण कर दिया गया. कुछ सरकारी अस्पताल को निजी कंपनियों को देने की चर्चा है.