रायपुर। पता नहीं जुबान फिसली है…या सोच ही यही रखते हैं. पता नहीं आखिर भाजपा महासचिव अनिल जैन कहना क्या चाहते थे? लेकिन उन्होंने जो कहा वो आप शीर्षक में पढ़ चुके हैं. मतलब महिला आरक्षण को लेकर जहां देश भर में एक माहौल बना है. मतलब उड़ीसा जैसे राज्य में एक क्षेत्रीय दल 33 फीसदी आरक्षण देता है. उसी देश में केन्द्र में सताधारी दल के नेता कहते हैं आरक्षण के नाम पर टोटका से कुछ नहीं होता.

अब छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी अनिल जैन ऐसा बयान क्यों दिये ये समझ से परे हैं? जैन साहब महिला विरोधी तो होंगे नहीं. और न ही वे आरक्षण के खिलाफ होंगे. फिर उन्होंने आरक्षण के नाम पर टोटका जैसे शब्द का इस्तेमाल क्यों किया होगा? शायद उन्होंने यह बयान बार इस तरह के सवालों से परेशान होकर भी दे दिए होंगे.

क्योंकि महिला आरक्षण के सवाल उन्होंने आगे कहा कि अगर भाजपा महिलाओं को टिकट देने का निर्णय करेगी तो पूरे देश में यह तय होगा. वैसे जैन साहब ठीक कहते हैं. कोई भी निर्णय पार्टी में होगा तो देश भर में वो तय होगा. लेकिन कब होगा, कैसे होगा फिलहाल ये पार्टी का अंदरुनी मसला इसे रहने देते हैं. क्या पता सवाल के जवाब में कोई टोटका न जुड़ जाए?