रोहित कश्यप,मुंगेली. जिले में धान खरीदी का काम पूरे हुए महीनों बीत जाने के बाद भी केंद्रों से धान का उठाव अभी तक नहीं हो पाया है. विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले में करीब दो हजार क्विंटल धान का उठाव करना शेष रह गया है. इन्हीं केंद्रों में से 1 जिले के गुरुवाईन डबरी धान खरीदी केंद्र में धान का उठाव कराना विपणन अधिकारियों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है.
दरअसल इस केंद्र में करीब 15 सौ क्विंटल धान का उठाव होना बाकी है जिसकी वजह से धान का खराब होना बताया जा रहा है. समिति प्रभारी द्वारा फड़ की सही व्यवस्था नहीं करने और बारिश होने के चलते यहां सैकड़ों क्विटल धान बारिश में भीग कर खराब हो गया है. खरीदी प्रभारी शिवचरण मानिकपुरी का कहना है कि समय पर धान का उठाव नहीं होने व भारी बारिश होने के चलते धान खराब हुआ है.
वही विपणन अधिकारी गजेंद्र राठौर का कहना है कि खराब धान को साफ सफाई करवा कर उठाया जा रहा हैं, लेकिन जब धान ही खराब है तो उठाव कैसे ही पायेगा. ये भी एक बड़ा सवाल है. मामले में सहायक पंजीयक सी एस जायसवाल का कहना है कि शॉर्टेज की स्थिति में संबंधित धान प्रभारी जिम्मेदार होंगे और इसकी भरपाई उन्हें ही करना पड़ेगा.
दिलचस्प बात यह है कि जिस तरह से पिछले कुछ सालों से मुंगेली जिले में शॉर्टेज की प्रतिशत शून्य रहा है है, मगर इस परिस्थिति में इस बार जिले में 0% शॉर्टेज लाना विभागीय अधिकारियों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रही है.