रायपुर. कलेक्टर से बीजेपी प्रत्याशी बने ओपी चौधरी दूसरे चरण के मतदान में वोटिंग करने पहुंचे. वे खरसिया के बायंग गांव में अपने बुजुर्ग मां और पत्नी के साथ पोलिंग बूथ में देखे गए.

वोटिंग के बाद ओपी ने मीडिया से बातचीत में कहा की जनता का विश्वास जीतना बड़ी चुनौती होती है. विधायक से लोगों से ये सीधा जुड़ाव होता है. उन्होंने कहा कि यू तो मैने कई बार मतदान किया, लेकिन ये खास मौका था जब मैं खुद चुनाव में बतौर प्रत्याशी मतदान किया.

बता दे कि छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले की चर्चित विधानसभा सीट खरसिया कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है. इस सीट पर पहले कांग्रेस के कद्दावर नेता नंद कुमार पटेल विधायक रहे अब उनके बेटे उमेश पटेल यहां से विधायक हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस के उमेश पटेल ने भाजपा के जवाहर लाल नाइक को लगभग 38 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था.

इस बार इस सीट पर भाजपा ने रायपुर के कलेक्टर रहे ओपी चौधरी को टिकट दिया है. ओपी चौधरी ने आईएएस की नौकरी से इस्तीफा देकर चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया. हाल ही में इस सीट पर बसपा ने अपनी पार्टी की तरफ से जिस उम्मीदवार को टिकट दिया था उन्होंने कांग्रेस के उमेश पटेल का समर्थन करने का ऐलान कर दिया है. बसपा के विजय जायसवाल ने ऐलान किया कि वो भाजपा के प्रत्याक्षी ओपी चौधरी को हराने के लिए पूरा जोर लगाएंगे.