रायपुर- आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के काफिले पर हमला औऱ जहानाबाद जेल ब्रेक कांड समेत अलग-अलग 21 मामलों के आरोपी रहे माओवादी नेता नारायण सान्याल का कल देर रात कोलकाता में निधन हो गया। 83 साल के सान्याल कैंसर की बीमारी से जूझ रहे हैं और लगातार अस्वस्थ थे। सीपीआई माओवादी की सेंट्रल कमेटी के सदस्य रहे नारायण सान्याल को पुलिस ने 3 जनवरी 2006 को रायपुर से गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ छत्तीसगढ़ जन सुरक्षा कानून के तहत देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। रायपुर सेशन कोर्ट ने नारायण सान्याल को 24 दिसंबर 2010 को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। लेकिन 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने सान्याल की उम्र को देखते हुए जमानत दे दी थी। इस आधार पर ही कोर्ट ने सान्याल की सजा भी निलंबित रखी थी।
नारायण सान्याल लंबे समय तक छत्तीसगढ़ की अलग-अलग जेलों में बंद रहे हैं। धीरे-धीरे उन्हें एक-एक कर सभी मामलों में जमानत मिलती रही। 2004 में उन्हें झारखंड की एक जेल से रिहाई दे दी गई।
कौन है नारायण सान्याल?
नारायण सान्याल माओवादी की पोलित ब्यूरो के सदस्य रहे हैं। उन पर राजद्रोह, होमगार्ड राइफल लूटकांड, आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे चंद्रबाबू नायडू के काफिले में हमला करने,जहानाबाद जेल ब्रेक कांड समेत 21 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए थे। आंध्रप्रदेश सरकार ने नारायण सान्याल तब 12 लाख रूपए का इनाम भी रखा था।