नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के ऐन भाजपा नीत गंठबंधन एनडीए को एक बड़ा झटका लग सकता है. सरकार में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) गठबंधन का दामन छोड़ सकती है. इसका संकेत केन्द्रीय मंत्री और आरएलएसपी के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने कल पटना में हुए एक कार्यक्रम में दिया है. उन्होंने कल कहा था कि यदुवंशियों (यादव) का दूध और कुशवंशियों का चावल मिल जाए तो खीर बढ़िया होगी और इस स्वादिष्ट व्यंजन को बनने से कोई रोक नहीं सकता. कुशवंशी/कुशवाहा समाज से उपेन्द्र कुशवाहा आते हैं. उपेन्द्र कुशवाहा के इस बयान से यह कयास लगाया जा रहा है कि उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल से हाथ मिलाने का मन बना लिया है. लिहाजा ये माना जा रहा है कि 2019 चुनाव के पहले एनडीए गठबंधन में दरार पड़ जाएगी.

उधर पूर्व में उपेन्द्र कुशवाहा को महागठबंधन में शामिल होने का न्यौता दे चुके बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसे आगे बढ़ाते हुए ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने लिखा “नि:संदेह उपेन्द्र जी, स्वादिष्ट और पौष्टिक खीर श्रमशील लोगों की ज़रूरत है। पंचमेवा के स्वास्थ्यवर्धक गुण ना केवल शरीर बल्कि स्वस्थ समतामूलक समाज के निर्माण में भी ऊर्जा देते हैं। प्रेमभाव से बनाई गई खीर में पौष्टिकता, स्वाद और ऊर्जा की भरपूर मात्रा होती है। यह एक अच्छा व्यंजन है।”

कुशवाहा की ये नाराजगी 2019 चुनावों के लिए सीट बंटवारे को लेकर है. गठबंधन में अब जेडीयू भी शामिल हो गया है लिहाजा सीट बंटवारे को लेकर आम सहमति नहीं बन पा रही है. जिसकी वजह से कुशवाहा नाराज चल रहे हैं और वे अपने बयानों से लगातार इस तरह का संकेत दे रहे हैं.