रायपुर। पेट्रोलियम पदार्थों की लगातार बढ़ रही कीमतें, महंगाई और राफेल डील और राम मंदिर मामले को लेकर मोदी सरकार चौतरफा घिरी है. विपक्ष का मोदी सरकार पर इन मामलों को लेकर हमला लगातार बढ़ता जा रहा है. विपक्ष के तीखे वारों के बीच मोदी सरकार को एक बड़ा झटका लगा है. सरकार के कामकाज को लेकर पार्टी के भीतर चल रही विरोध की सुगबुगाहट के बीच अब संघ से मोदी सरकार को बड़ा झटका लगा है. आरएसएस में मोहन भागवत के बाद नंबर दो की हैसियत रखने वाले संघ सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी ने मोदी सरकार के कामकाज को लेकर अपनी नाराजगी जताई है और केन्द्र की भाजपा सरकार पर सवालिया निशान खड़ा किया है.
मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में संघ के सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी ने केन्द्र की बीजेपी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा, “चुनाव जीतने के बाद कहां लुप्त हुआ सेवाभाव? क्या सत्ता प्राप्ति यही एकमात्र उद्देश्य है?” भैय्याजी जोशी ने आगे कहा, “राजनेताओं का खुद को सब कुछ मान लेना सोचनीय है.” उनकी इस लाइन से माना जा रहा है कि उनका इशारा साफ तौर पर मोदी-शाह की जोड़ी से है.
भैय्याजी जोशी ने कहा बीजेपी को सावधान करते हुए कहा, “याद रहे कि सत्ता समाज नहीं बदल सकती. राजा का सामाजिक परिवर्तन करने वाली संस्था में हस्तक्षेप चिंताजनक है. उन्होंने आगे कहा, “धर्म का मामला कोर्ट में जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. धार्मिक क्षेत्र में साधू-संत, संन्यासियों को समाज का मार्गदर्शन करना चाहिए. धर्म के मामले जब कोर्ट में जाते हैं, तो वेदना होती है. जिन्हें न्याय करना चाहिए, वही न्याय मांगने जा रहे हैं इससे बड़ी विडंबना नहीं हो सकती.”
मोदी सरकार पर यह अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. जिस संघ और उसके प्रचारकों के बदौलत भाजपा को केन्द्र में सत्ता मिली है अब खुद वही संघ भी मोदी सरकार के कामकाज से बेहद खफा है. भैय्याजी जोशी के इन बयानों के बाद माना जा रहा है कि भाजपा के अंदर अब मोदी और शाह के कार्यकलापों को लेकर आवाजें बुलंद होनी शुरु हो जाएगी.
भाजपा से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, यशवंत सिन्हा सहित पार्टी के कई शीर्ष नेता लगातार मोदी सरकार के कामकाज को लेकर सार्वजनिक तौर पर आलोचना करते रहे हैं.