सुनील जोशी, अलीराजपुर। जिले में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से एक युवक की मौत हो गई। मौत के बाद गुस्साए परिजन और ग्रामीणों ने शव के साथ डॉक्टर को भी लेकर थाने पहुंचे। मामले की सूचना पर जोबट एसडीओपी रविंद राठी भी थाने पहुंचे और डॉक्टर के खिलाफ जांच के आश्वासन के बाद मामला किसी तरह शांत हुआ।
इंजेक्शन के कुछ देर बाद मौत
दरअसल युवक जेराम पिता गिलदार बघेल को सीने में दर्द की शिकायत पर पहले नानपुर अस्पताल ले गए, लेकिन वहां डॉक्टर मौजूद नहीं थे। मजबूरी में उसे झोलाछाप डॉक्टर बिट्टू के क्लीनिक ले जाया गया, जहां उसे इंजेक्शन दिया गया। इंजेक्शन के कुछ ही देर बाद उसकी हालत बिगड़ गई और उसने दम तोड़ दिया। गुस्साए परिजन व ग्रामीण शव को थाने ले आए और कार्रवाई की मांग की। वे आरोपी डॉक्टर को भी थाने लेकर पहुंचे थे।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू
बता दें कि डॉक्टर बिट्टू बिस्वास के इलाज के चलते एक युवक का हाथ सड़ गया था। उस मामले में भी एफआईआर दर्ज हुई थी, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि कुछ ही दिनों बाद उसका क्लीनिक फिर से खुल गया। इससे प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ रहे है। लोगों का आरोप है कि जिले में इस तरह के कई झोलाछाप बंगाली डॉक्टर सक्रिय और लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी अंगर सिंह चौहान, सरपंच ने दी।
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