रायपुर। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के साहित्य एवं अध्ययनशाला विभाग में हिन्दी दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी में विभागाध्यक्ष डॉ. शैल शर्मा सहित अध्ययनशाला के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहे. इस मौके पर छात्रों ने हिन्दी की दशा और दिशा पर अपनी बात रखी. छात्र-छात्राओं ने कविताओं और गीतों की प्रस्तुति भी दी. विभागाध्यक्ष डॉ. शैल शर्मा ने कहा कि भूमंडलीयकरण के इस दौर में हिन्दी की शुद्धता को लेकर चिंता होती लेकिन व्यवहारिक तौर पर आज हिन्दी विश्व पटल पर पूर्ण रूप से स्थापित भाषा है. हिन्दी को लेकर आज खतरा कही नहीं है. अंगरेजी का चलन है लेकिन हिन्दी का प्रचलन बढ़ा है.
आज घर-परिवार के बाहर समाज या काम-काज की जगहों पर लोग बड़े गर्व के साथ हिन्दी में संवाद करना पंसद करते हैं. सरकारी विभागों में भी अंगरेजी के आगे हिन्दी का सम्मान और मान बढ़ा है. हां ये जरूर है कि आज हिन्दी के साथ अन्य भाषाओं के शब्दावलियों का इस्तेमाल होने से एक खतरा भी दिखता है. खास तौर लोग हिन्दी के अंगरेजी का इस्तेमाल करते हैं. मसलन आज एक नई भाषा जिसे हिंग्लिश कहा जा रहा वह मिश्रित भाषा के तौर प्रसिद्ध हो रहा है. ऐसी स्थिति में नई पीढ़ी है जिनसे उम्मीद की जा सकती है वह राष्ट्र भाषा हिन्दी को न सिर्फ मिश्रित होने बचाए बल्कि शुद्ध हिन्दी का प्रयोग कर इसे व्यवहारिक भी बनाए रखे. कार्यक्रम का संचालन अतिथि प्राध्यापक डॉ. सरोज चक्रधर ने किया.