शिवम मिश्रा, रायपुर। बीती रात शनिवार को टीवी टावर के सामने हुए रोडरेज मामले में घायल युवक के परिजनों ने पुलिस के ऊपर गलत कार्रवाई और लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया है. खम्हारडीह थाना पहुंचे परिजनों ने पुलिस के सामने अपना विरोध दर्ज कराया.

मीडिया से बात करते हुए घायल युवक के भाई विमल चंद्र मांझी ने कहा कि आरोपी पीयूष जैन को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसका मेडिकल परीक्षण नहीं कराया बल्कि उल्टा अपनी रिपोर्ट में घायल युवक विनय मांझी शराब के नशे में बता रही है. परिजनो के मुताबिक घायल युवक ने शराब का सेवन नहीं किया था. उनका कहना है कि पुलिस आरोपी से मिलीभगत कर इस मामले की लीपापोती कर रही है.

वहीं घायल युवक के परिजनों के इस आरोप पर खम्हारडीह थाना प्रभारी ममता अली शर्मा ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वो एक्सीडेंट वाली रात को छुट्टी पर थीं. उन्होंने स्वीकार किया कि आरोपी पियूष जैन का पुलिस ने मेडिकल परीक्षण नहीं कराया. उन्होंने कहा कि मुझे मिली जानकारी के मुताबिक एक्सीडेंट होने के बाद थाने में बहुत भीड़ हो चुकी थी. थाने का माहौल खराब ना हो इसलिए आरोपी पीयूष जैन को सुरक्षा के मद्देनजर सिविल लाइन थाने भेजा गया था. उन्होंने कहा कि रात की बात थी इसलिए आरोपी का मेडिकल परीक्षण नही कराया गया था. लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को देखते हुए मुलाएजा नही हो पाया था. लेकिन जो वीडियो वायरल हुआ है उस हिसाब से आरोपी के उपर बड़ी धारा लगेगी.

आपको बता दें शनिवार की रात को तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार दोनों युवकों को अपनी चपेट में ले लिया था. इस घटना में एक युवक उछल कर दूर गिर गया था वहीं विनय मांझी कार के सामने गिर गया था. आरोपी पियूष जैन ने कार रोकने की बजाय कार को और स्पीड में लेकर भाग गया था. इस घटना में कार के नीचे काफी दूर तक विनय मांझी घसीटते रहा था. उसे गंभीर हालत में राजधानी के बालाजी हास्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां वह जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है.