रायपुर. नक्सल हमले में मारे गए विधायक भीमा मंडावी की मौत मामले की बीजेपी जांच कराने की मांग कर रही है. इस मामले को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है, तो वहीं बीजेपी के बड़े नेता बयानबाजी कर रहे है. लेकिन कांग्रेस के संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने बताया कि 10 अप्रैल को ही राज्य सरकार ने न्यायिक जांच कराने के लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अनुमति मांगी है. आचार संहिता लगने की वजह से राज्य सरकार इसका ऐलान नहीं कर सकती. अनुमति मिलते ही राज्य सरकार भीमा मंडावी की मौत की न्यायिक जांच का कराने की आदेश देगी.

शैलेश नितिन त्रिवेदी ने बताया कि राज्य सरकार ने भीमा मंडावी की हत्या की न्यायिक जांच की मांग की गई है. लेकिन बीजेपी इस पर राजनीति कर रही है उसे ऐसा नहीं करना था. राज्य सरकार ने निर्वाचन आयोग को लिखी चिठ्ठी को सार्वजनिक किया है. कांग्रेस इस घटना की पीड़ा और भयावहता को समझती है. क्योंकि कांग्रेस ने भी पहले नक्सली हमले में अपने नेता खोए है. निर्वाचन आयोग के आदेश के बाद न्यायिक जांच होगी. बीजेपी को निर्वाचन आयोग पर विश्वास करना चाहिए.