कपिल मिश्रा, शिवपुरी। जिले के आदिवासियों को महाराष्ट्र में सौदा करने का मामला सामने आया है। दरअसल ठेकादर ने लगभग 50 आदिवासियों को इंदौर में काम करने का झांसा देकर अपने साथ लेकर महाराष्ट्र ले गया। महाराष्ट्र जाने की जानकारी जैसे ही आदिवासियों को लगी, उसमें से एक मजदूर ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में अपलोड कर मदद की गुहार लगाई। वीडियो वायरल होने के बाद भीम आर्मी हरकत में आई। इसके बाद महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के भीम आर्मी (Bhim Army) को इसकी जानकारी दी। इसके बाद दौलताबाद के सरपंच से बात मजदूरों को महाराष्ट्र से छु़डाकर शिवपुरी लेकर पहुंची।

दरअसल डबिया गांव से आदिवासी परिवार के सदस्य मजदूरी करने के लिए बाहर जाते हैं। ठेकेदार ने इंदौर में काम कराने का झांसा देकर लगभग 50 मजदूरों को  एक ट्रक में बैठाकर उसे तिरपाल से ढंक दिया।  शिवपुरी से इंदौर पहुंचने में 8 से 10 घंटे का समय लगता है। इससे कहीं अधिक समय बीत गया तो मजदूर पानी पीने और के बहाने से उतर गए। मजदूर ट्रक से उतरने के बाद महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के दौलताबाद थाने पहुंचे। वहां उन्होंने पूरी कहानी बताई। दौलताबाद पुलिस ने आदिवासियों की कोई मदद नहीं की और कहा कि तुम लोगों का कॉन्ट्रेक्ट होगा इसलिए तुम ठेकेदार के साथ ही जाओ। इसके बाद एक मजदूर ने मदद का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

वीडियो वायरल होने के बाद शिवपुरी भीम आर्मी के पास पहुंची। यहां मोहना में रहने वाले भीम आर्मी के सदस्य रिंकू खान ने भीम आर्मी के प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश जौराटी को मामले की जानकारी दी। जौराटी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए महाराष्ट्र में आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party)  के प्रदेश अध्यक्ष राहुल प्रधान को इसकी जानकारी दी। इस पर राहुल प्रधान ने दौलताबाद के सरपंच से बात की और मजदूरों को मुक्त कराया और उन्हें शिवपुरी भिजवाने का इंतजाम किया। जौराटी ने बताया कि मजदूरों को ठेकेदार महाराष्ट्र में बेचने ले गया था और उनका 4 लाख रुपए में सौदा कर दिया था।