रायपुर. छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव में जोगी कांग्रेस और बसपा गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है. लेकिन अब लोकसभा चुनाव से जोगी कांग्रेस बाहर हो गई है, बसपा ने सभी 11 सीटों पर अपना प्रत्याशी उतार दिया है. जनता कांग्रेस ने एक भी सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है. जबकि जोगी कांग्रेस ने बसपा से गठबंधन कर विधानसभा चुनाव में 7 सीटों पर कब्जा जमाया था.

अमित जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़िया सम्मान और संस्कृति को आधार मानकर छत्तीसगढ़ वासियों का विकास और कल्याण यहां उपलब्ध संसाधनों के बाहुल्य के अनुरूप करने के लिए हमने क्षेत्रीय पार्टी का गठन किया है. साथ ही राष्ट्रीय पृष्ठभूमि में हमारी पार्टी का इस राष्ट्र में सांप्रदायिकता और नफ़रत फैलाने वाली ताक़तों को परास्त करना पहला और अंतिम लक्ष्य रहा है. आसन्न लोकसभा चुनाव में हमारी पार्टी की सकारात्मक भूमिका इन्हें दोनों उद्देश्यों की पूर्ति के लिए दृढ़ संकल्पित होना है. विधानसभा चुनाव में हमने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया और प्रदेश की जनता ने पहले ही प्रयास में प्रदेश में हमें सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने का दायित्व दिया.

उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के कोर कमेटी और संसदीय बोर्ड ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि छत्तीसगढ़ की सभी सीटों पर राष्ट्रीय पार्टी होने के कारण बहुजन समाज पार्टी अपने उम्मीदवारों को चुनाव में खड़ा करे और दोनों पार्टियां मिलकर गठबंधन को अधिक से अधिक जन समर्थन दिलाने के लिए काम करें. हमारा स्पष्ट लक्ष्य है कि चाहे हमें किसी भी सीमा तक जाना पड़े हम अपनी पूरी शक्ति प्रदेश में भाजपा को सभी सीटों पर पराजित कराने के लिए लगाएंगे. हम एक क्षेत्रीय पार्टी है इसलिए राष्ट्रीय राजनीति में हमारी भूमिका भाजपा को हर हालत में परास्त करने तक सीमित है.

जोगी कांग्रेस ने यह भी निर्णय लिया है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के छात्र संघ, नगरी निकाय और त्रिस्तरीय पंचायती राज चुनाव में छत्तीसगढ़ की सभी सीटों में क्षेत्रीय दल होने के नाते हम गठबंधन की तरफ़ से अपने चुनाव चिन्ह ‘हल चलाता किसान’ पर उम्मीदवारों को लड़ाएंगे. हम अपने सभी कार्यकर्ताओं और शुभचिन्तकों से आह्वान करते हैं इस लोकसभा चुनाव में प्रदेश और देश में हर क़ीमत पर सांप्रदायिक ताक़तों को सत्ता से बाहर रखना हमारा एकमात्र लक्ष्य है और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमें अपना सर्वस्व न्यौछावर करना है.