सुशील सलाम,कांकेर. दूसरे चरण के लिए छत्तीसगढ़ के तीन विधानसभा सीट पर मतदान हुआ. मतदाताओं ने इस त्योहार में बढ़-चढ़कर हिस्सा भी लिया. लेकिन कांकेर जिले के मोहला गांव में जहां हाल ही में 4 जवानों की शहादत हुई थी. वहां वोटिंग के प्रति लोग ज्यादा जागरुक दिखें और मतदान कर नक्सलियों को मुहतोड़ जवाब दिया.

दरअसल 4 अप्रैल को कांकेर जिले के परतापुर थाना के अंतर्गत ग्राम माहला में सुरक्षाबलों पर बड़ा हमला किया था. इस हमले में बीएसएफ के 4 जवान शहीद हो गए थे और नक्सलियों ने इस क्षेत्र में मतदान नहीं करने की चेतावनी भी दी थी. जिसे दरकिनार करते हुए आज उस क्षेत्र के मतदाताओं ने नक्सली दहशत से हट कर उन्हें मुहतोड़ जवाब देने के लिए अपना वोट दिया. गांव लंबे समय से नक्सल समस्या से पीड़ित हैं.

नक्सली अपने धुर इलाकों में लगातार अपनी मौजूदगी दर्ज कराते रहते है, लेकिन इस बार सुरक्षित मतदान के लिए बीएसएफ के जवान इन मतदान केंद्रों पर सुरक्षा देने के लिए पहुंची थी. इस बार नक्सली इलाकों में बड़ी संख्या में ग्रामीण पोलिंग बूथ पहुंचकर अपने मत का प्रयोग किया.

ठीक ऐसा ही बस्तर लोकसभा चुनाव में देखने को मिला था. दंतेवाड़ा के कुआकोंडा इलाके में नक्सलियों ने मतदान के ठीक दो दिन पहले  बीजेपी विधायक भीमा मंडावी के काफिले में हमला किया था. जिसमें विधायक समेत 4 जवान मारे गए थे. इसके बावजूद मतदाता जोश और उत्साह के साथ मतदान करने पहुंचे थे.