रायपुर. कवर्धा की स्मिता श्रीवास्तव एक मिशाल बन गई, उन लोगों के लिए जिन्हें छुट्टी तो ईवीएम में कीमती वोट दर्ज कराने के लिए दी जाती है, लेकिन बावजूद इसके बूथों तक जाने की जहमत नहीं उठाते. स्मिता की आज शादी है. चेहरे पर हल्दी लगाए बूथ क्रमांक 236 में पहुँची. स्मिता जैसे जागरूक लोग ही लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है.

पेशे से स्मिता बीएलओ है. हालांकि आज स्मिता की शादी है, लेकिन इस चुनाव प्रकिया में स्मिता के योगदान को नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता. बीएलओ होने की वजह से स्मिता निर्वाचन प्रक्रिया का हिस्सा रही है. मतदाता पर्ची बांटे जाने से लेकर मतदान के लिए लोगों को जागरूक करने में उन्होंने अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया है.

लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत करती हुई स्मिता कहतीं हैं कि मतदान सबसे जरूरी काम है. इसलिए ही शादी की रस्मों रिवायतों के बीच वोट डालने मैं यहां पहुँची हुई. एक वोट एक बेहतर सरकार बना सकती है. एक वोट हमारी उम्मीदों को पूरा कर सकती है. एक वोट देश की तस्वीर बदल सकती है. मेरी भी मेरे सांसद से बेहतरी की उम्मीदें है इस उम्मीद को पूरी करने वोट जरूरी है. इसलिए ही मैं यहां आई हूँ. स्मिता तमाम मतदाताओं से अपील भी करती हैं कि लोग लोकतंत्र के इस सबसे बड़े उत्सव में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले.