दिल्ली. चीन के ताईवान प्रांत में पुलिसकर्मियों ने एक चोर की पहचान कुछ अनोखे तरीके से की है। एक महिला की तरफ से शिकायत दर्ज किए जाने के बाद पुलिस की तरफ से ये कदम उठाया गया था। दरअसल एक महिला ने शिकायत की थी कि वह अपने पांच साथियों के साथ स्टूडेंट हाउस में रुकी हुई थी उसी दौरान किसी ने उसका डब्बे में रखा हुआ दही चुरा लिया।

चीनी कल्चरल यूनिवर्सिटी में पढ़ रही वह महिला अपने पांच साथियों के साथ वहीं के स्टूडेंट हाउस में रह रही थी। एक सुबह जब उसने अपनी दही (योगर्ट) ढ़ूंढ़ी तो उसे नहीं मिली। उसने पता लगाने के लिए वहां रखे डस्टबिन को खंगाल डाला लेकिन उसे कुछ नहीं मिला। इतना ही नहीं उसने अपने रुम पार्टनर साथियों को भी सख्त लहजे में कहा कि जिसने भी उसकी दही चुराई वह अपनी गलती स्वीकार कर ले।

जब उसे चोर का पता नहीं चला तो उसने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज करवा दी और चोर का पता लगाने के लिए जांच करने को कहा। पुलिस ने अपने तरीके से जांच शुरू कर दी, उन्होंने कमरे से फिंगरप्रिंट्स लेने शुरू कर दिए लेकिन उससे भी कुछ पता नहीं चल सका। इसके बाद उस महिला ने पुलिस को सलाह दी कि वे उन सभी का डीएनए टेस्ट करें। इसके बाद पुलिस ने शिकायतकर्ता सहित उन छह लोगों का डीएनए टेस्ट किया।

इसके बाद असली चोर का पता लग गया जिसके बाद उस पर चोरी का मामला दर्ज हुआ। स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि डीएनए टेस्ट के लिए प्रति टेस्ट करीब 98 डॉलर की खर्च आई। ये सभी खर्चे पुलिस विभाग की तरफ से किए गए।

कई लोगों ने पुलिस की इस जांच कार्रवाई पर सवाल भी खड़े किए कि इतनी छोटी सी बात पर विभाग ने इतनी बड़ी राशि खर्च कर दी है। किसी ने कहा कि इतना खर्च करने से तो अच्छा था कि शिकायतकर्ता महिला को एक नई योगर्ट की बॉटल खरीद कर दे दी जाती।