रायपुर। आज फिल्म स्टार जहाँ डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए विदेशी सरज़मी चुनते हैं तो वहीं दुनिया के अरबपतियों में शुमार मुकेश अंबानी ने अपने बेटे की शादी भारत में ही करने का फैसला किया है. अकाश अंबानी और श्लोका मेहता की शादी की कुछ रस्में उत्तराखंड के एक मंदिर में हो सकती है. यह मंदिर है त्रियुगीनारायण मंदिर. मान्यता है कि इसी मंदिर में भगवान शिव और पार्वती की शादि हुई थी. गौरतलब है कि मार्च 2018 में ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसे वेडिंग डेस्टिनेशन घोषित किया है.
त्रियुगीनारायण मंदिर है इसलिए खास
मान्यता है कि भगवान शंकर ने हिमालय के मंदाकिनी क्षेत्र के त्रियुगीनारायण में माता पार्वती से विवाह किया था. इसका प्रमाण है यहां जलने वाली अग्नि की ज्योति जो त्रेतायुग से निरंतर जल रही है. कहते हैं कि भगवान शिव ने माता पार्वती से इसी ज्योति के समक्ष विवाह के फेरे लिए थे. तब से अब तक यहां अनेक जोड़े विवाह बंधन में बंधते हैं. लोगों का मानना है कि यहां शादी करने से दांपत्य जीवन सुख से व्यतीत होता है. त्रेतायुग का ये शिव-पार्वती के विवाह का स्थल रुद्रप्रयाग जिले के सीमांत गांव में त्रियुगीनारायण मंदिर के रूप में वर्तमान में आस्था का केंद्र है.
मंदिर से है पुराना रिश्ता
केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के साथ ही मध्य हिमालय में स्थित त्रियुगीनारायण मंदिर से देश के उद्योगपति अंबानी परिवार का पुराना रिश्ता रहा है. 40 साल पहले साल 1978 में धीरू भाई अंबानी अपने दोनों बेटो के साथ त्रियुगीनारायण मंदिर में आकर भगवान का आशीर्वाद लिया था. यहां पर पूजा अर्चना करने के बाद वह केदारनाथ दर्शनों को गए थे.