रायपुर- विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि- छत्तीसगढ़ ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के जरिये देश में अनूठा रिकॉर्ड बनाया है. इतने लंबे समय तक अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हुई. 168 बिंदु मिलाकर कितने स्थगन, ध्यानाकर्षण, प्रश्नों को कट पेस्ट कर अविश्वास प्रस्ताव तैयार किया. उन्होंने कहा कि – गुजरात-हिमाचल के चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस में निराशा का भाव है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि – महात्मा गांधी ने कहा था- कांग्रेस को भंग करने का समय आ गया है. दूसरा उन्होंने स्वच्छता की बात कहीं थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पद संभालने के साथ ही दोनों काम शुरू किए. 2022 तक देश पूर्व रुप से ओडीएफ हो जाएगा और देश कांग्रेस मुक्त हो जाएगा. जिस तरह गुजरात मे कांग्रेस को हार मिली ऐसे में निराशा स्वाभाविक है. ये हार सबसे बड़ी हार है क्योंकि 22 साल बाद भी किसी राज्य में सरकार बनी रही ये बड़ी बात है. कांग्रेस अब पांच साल और सत्ता से बाहर हो गई है. इनके नेता इसमे ही खुश है. क्रिकेट की भाषा मे कहूँ तो फॉलो आन मिलता था लेकिन इससे भी उन्हें संतुष्टि है. कांग्रेस में हताश का भाव पूरे देश मे है. छत्तीसगढ़ ही नहीं देश को कांग्रेस मुक्त बनाने का अभियान जारी रहेगा.
2010 के बाद 18 राज्यों में चुनाव हुए. सिर्फ एक राज्य में सरकार बना पाए. देश के नक्शे में देखेंगे तो घबरा जाएंगे. आज देश मे बीजेपी के कुल विधायक 13 सौ से ज्यादा है. कांग्रेस के 800 में सिमट गये है. देश के नक्शे में 70 फीसदी बीजेपी है. देश के नक्शे को गौर से देखे तो कांग्रेस देश मे सिर्फ 7 फीसदी पर है. वह दिन दूर नहीं है जब राष्ट्रीय दल की मान्यता समाप्त हो जाएगी. इन्हें इसकी चिंता करनी चाहिए. पीढ़ियों ने कांग्रेस को मौका दिया, लेकिन देश मे घोर निराशा हुई. मोदी जी द्वारा देश का नेतृत्व लेने के कांग्रेस पतन की ओर बढ़ती चली गई. दुनिया मे भारत की चमक, धमक मजबूत हुई है.
अपना दल का नाम सुना होगा. जो क्षेत्रीय पार्टी है यूपी में नौ सीट जीतकर आई है, जबकि कांग्रेस के केवल सात विधायक जीतकर आये है. कांग्रेस की नर्सरी कहलाने वाले यूपी में कांग्रेस की दुर्दशा है.
यही मानसिकता इसी प्रकार की कार्यशैली की वजह से कांग्रेस में धीरे धीरे गिरावट आई. आज कांग्रेस देश में विलुप्त होने जा रही है. देश की जनता का विश्वास हमारे साथ है. दस राज्यों में कांग्रेस दूसरे नम्बर की पार्टी भी नहीं है. बिहार, जम्मू जैसे राज्यों में चौथी नम्बर की पार्टी है.
132 साल के इतिहास का सबसे खराब दिन देख रही है. कांग्रेस जब सत्ता में रहती है तो नान परफॉर्मर बन जाती है और जब सत्ता में रहती है तो डिजास्टर्स बन जाती है. मोदी के आगे किसी का जोर नहीं चलता. यहां से वहां तक जैसा लीडरशिप है वैसा हो रहा है. ऐसी सुरंग में घुसे हैं, जहां निकलने के लिए रोशनी भी नहीं है.
कांग्रेस को भी प्रदेश में सत्ता का मौका मिला. छत्तीसगढ़ को देश में विधायकों की खरीद फरोख्त के लिए जाना जाता था. 3 साल की उस पीढ़ा को जो आपने दिया था, राजनीतिक हत्याओ का दौर शुरू हो गया था.इसलिए 15 सालों से विपक्ष में बैठे हैं और 15 साल विपक्ष में बैठेंगे. जागते हुए जो सोता है उसका इलाज ब्रम्हा के पास भी नहीं है.
इतना लचर आरोप पत्र मैंने कभी नहीं देखा. कॉपी-पेस्ट का ढोंग अब इस विधानसभा में नहीं चलेगा. मुझे याद है जब प्रदेश अध्यक्ष बनकर छत्तीसगढ़ आया था, तब मैंने प्रदेश के गांव गांव का दौरा किया. एक गाना सुनता था- वह सुबह कभी तो आएगी….इस गीत ने मुझे एक मंजिल दिया. उसी सुबह का इंतजार छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता कर रही थी. इस गीत से मुझे सुकून मिला, भरोसा मिला, अद्भत विश्वास मिला.हमने लगन, समर्पण के साथ जनता की जरूरत को समझा.
विपक्ष आज विकास की बात कह रहा है. 2003 से आज 2017 तक पहुँचे है. धान का बोनस मिला तो सबको मिला, तेंदूपत्ता का बोनस मिलता है तो सबको मिलता है. धान बोनस लेने वालों में पहले कांग्रेसी लाइन में आगे रहे. विकास
नजरों से दिखता है. बाहर से आने वाले व्यक्ति को लगता है नए स्थान में आ गया हूं. जब वह दंतेवाड़ा, सुकमा में जाता है तो विकास से रुबरु होता है. 16 जिलों से 27 जिला बना. एक-एक व्यक्ति के जीवन मे परिवर्तन लाना ही विकास है.
फेलोशिप पर बहुत चर्चा हुई. फेलशिप विभाग की योजना विशेष के बेहतर क्रियान्वयन के लिए होता है. इस योजना का श्रेय जाता है मनमोहन सिंह को. इसी फेलोशिप से बड़ी प्रतिभाएं निकलकर आई है. नंदन नीलकेणी, सैम पित्रोदा जैसे फेलो निकलकर सामने आए. हॉवर्ड जैसी जगहों से फेलो निकलकर सामने आए. नवाचार की जरूरत बेहतर सुशासन के लिए है. नकारात्मक राजनीति से देश का भला नहीं होगा. सीएम फेलो का एक ही उदाहरण देखना है तो बीजापुर चले जाइये 70 डॉक्टर काम कर रहे है. 300 से ज्यादा स्टाफ है. हाइली पेड डॉक्टर काम कर रहे है. वहां के लोगो के जीवन मे बदलाव आया है.
सीएम ने कहा कि- छात्रावास, आश्रम शाला, पोटाकेबिन और प्रयास विद्यालय जैसी संस्थाएं स्थापित करना, आदिवासी बेटे-बेटियों को डॉक्टर, इंजीनियर और प्रशासनिक अधिकारी बनाना, अनुसूचित जातियों के विकास के लिए प्राधिकरण की स्थापना, मंगल भवन, सड़क और अधोसंरचना विकास, जाति प्रमाण पत्र बनाने के नियमों का सरलीकरण, गिरौदपुरी धाम में विश्व के सबसे ऊंचे जैतखाम का निर्माण, माननीय राष्ट्रपति जी को गिरौदपुरी आमंत्रित करना अगर जुर्म है तो मैं आरोपी हूं.
डॉ. सिंह ने सवाल उठाया -क्या छत्तीसगढ़ के गरीबों के लिए देश का पहला खाद्य सुरक्षा और पोषण सुरक्षा कानून बनाना, उन्हें सिर्फ एक रूपए किलो में चावल देना, जनता के लिए आदर्श पीडीएस के तहत राशन वितरण की उत्तम व्यवस्था करना, मनरेगा में 150 दिन का रोजगार देना, 16 लाख बीपीएल परिवारों को एकल बत्ती कनेक्शन देना और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत 35 लाख घरों में रसोई गैस कनेक्शन पहुंचाने की दिशा में तेजी से काम करना अपराध है? क्या हर गरीब को आवास देने में अव्वल आना, राज्य के सभी परिवारों को स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 50 हजार रूपए तक सालाना निःशुल्क इलाज की सुविधा देना, प्रदेश में कुपोषण की दर को 52 प्रतिशत से घटाकर 30 प्रतिशत पर लाना, शिशु मृत्युदर को 70 से घटाकर 39 और मातृ मृत्यु दर को 379 से घटाकर 221 पर लाना, जिला अस्पतालों की संख्या 16 से बढ़ाकर 27 करना और आठ नये मेडिकल कॉलेज खुलवाना क्या अपराध है? अगर ये अपराध है तो मैं आरोपी हूं। उन्होंने यह भी सवाल उठाया-छत्तीसगढ़ को देश का पहला बिजली कटौती मुक्त राज्य और सरप्लस बिजली वाला राज्य बनाना, सिंचाई क्षमता 23 प्रतिशत से बढ़ाकर 36 प्रतिशत करना, राज्य में फोर-लेन और सिक्स-लेन सड़कों का जाल बिछाना क्या अपराध है? अगर है तो मैं आरोपी हूं.
मुख्यमंत्री ने कहा-किसानों को खेती के लिए बिना ब्याज ऋण सुविधा देना, सिंचाई पम्प कनेक्शनों की संख्या 72 हजार से बढ़ाकर साढ़े चार लाख करना, किसानों को सिंचाई के लिए 7500 यूनिट तक सालाना मुफ्त बिजली देना, सूखा पीड़ित किसानों को राहत देना, पंचायतों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था करना, बेटियों को स्कूल से कॉलेज तक निःशुल्क शिक्षा देना अगर जुर्म है तो मैं आरोपी हूं. उन्होंने यह भी कहा-युवाओं और छात्र-छात्राओं के लिए राज्य में एनआईटी, आईआईटी, ट्रिपल-आईटी जैसे उच्च तकनीकी संस्थान खोलना, रायपुर में एम्स की स्थापना, सभी 27 जिलों में युवाओं के कौशल प्रशिक्षण के लिए लाईवलीहुड कॉलेज की स्थापना, युवाओं को कौशल विकास का कानूनी अधिकार देना अगर जुर्म है तो मैं आरोपी हूं. अगर राज्य में रेल नेटवर्क को दोगुना करने और निर्धारित लक्ष्य से एक साल पहले छत्तीसगढ़ को खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) राज्य बनाने में हमें सफलता मिल रही है और यह कोई जुर्म है तो मैं आरोपी हूं.