रायपुर. प्रदेश का सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. जब यहां एक मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना घटी है.दरअसल शुक्रवार को अस्पताल में एक महिला की मौत हो गई और पूरा प्रबंधन घंटों तक खर्राटे लेते सोता रहा.

दरअसल महासमुंद जिले की बागबहरा कि रहने वाली लक्ष्मी बघेल अपने परिजनों के साथ अंबेडकर अस्पताल अपना इलाज कराने आई थी. लेकिन उसकी इलाज के दौरान ही शुक्रवार को  मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने शव को घर ले जाने के लिए प्रबंधन से शासकीय वाहन की मांग की लेकन अस्पातल प्रबंधन घंटों तक सोता रहा.

इतना ही नहीं मौत के बाद लाश को शाम 4 बजे ओपीडी के बाहर छोड़ दिया गया. इसके बावजूद गरीब परिजन लगातार गुहार लगाते रहे कि उन्हें शव ले जाने के लिए शव वाहन उपलब्ध कराया जाए पर प्रबंधन ने कोई जवाब नहीं दिया. और जाब  बात मीडीया में आई तब जाकर प्रबंधन की आंखे खुली और रात 11 बजे के बाद परिजनों के शव ले जाने के लिए वाहन उपलब्ध कराया गया.

लौटने में लगता है समय…

वहीं इस मामले में अस्पताल के जनसंपर्क अधिकारी का कहना है कि अंबेडकर अस्पताल में प्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों के भी प्रकरण आते हैं. इसलिए यहां मृत्यू के मामलों का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कई बार गाड़ियां दूर दराज के इलाकों में भी जाती हैं. जिन्हें वापस लौटने में समय लगता है.

बता दें कि ये कोई पहला मामला नहीं है जब इस तरह का मामला सामने आयें हो. इससे पहले भी प्रदेश के अन्य जिलों से भी इस तरह के शर्मसार कर देने वाले मामले सामने आए हैं. लेकिन प्रदेश के सबसे बड़े असप्ताल में इस तरह की घटनाएं कई तरह के सवाल खड़े करते हैं. हालांकि इस असप्ताल का विवादों से गहरा नाता रहा है और आए दिन यहां से कोई न कोई नए मामले सामने आते रहते हैं.