रायपुर। सुकमा के किस्ताराम में नक्सल हमले में शहीद जवानों को आज माना स्थित चौथी बटालियन में श्रद्धांजली दी गई. मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने सुमन चक्र अर्पित कर शहीदों की शहादत को अपनी श्रद्धांजली दी. श्रद्धांजली देने वालों में मंत्री रमशीला साहू, मंत्री महेश गागड़ा, मंत्री केदार कश्यप शामिल थे इसके अलावा सीआरपीएफ के डीजी आरआर भटनागर, डीजीपी एएन उपाध्याय, डीजी नक्सल डीएम अवस्थी समेत तमाम आला अधिकारियों ने शहीदों की शहादत को सलाम किया.
इसके पहले कल देर शाम शहीदों के शव को सुकमा से राजधानी रायपुर लाया गया जहां रात भर डॉक्टरों ने सभी शहीद जवानों के शवों का पोस्टमार्टम किया. जिसके बाद मंगलवार सुबह 5 बजे शहीदों के पार्थिव देह को तिरंगा में लपेटकर माना स्थित बटालियन लाया गया. सुबह से ही बटालियन में गहमा-गहमी रही. जहां उन्हें श्रद्धांजली दी गई. श्रद्धांजली के पश्चात बटालियन में उपस्थित सभी जवान नम आंखों से अपने साथी जवानों की वीरता को याद कर उनके पार्थिव देह को कांधा दिया और उन्हें उनके गृह ग्राम के लिए रवाना कर दिया.
…तो 6 महीने में नक्सलियों का खात्मा कर देंगे- सीएम
इस अवसर पर सीएम डॉ रमन सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सुकमा जिले के किश्ताराम में यह दुखद घटना हुई. हमारे 9 जवान शहीद हो गए, सुबह 6 बजे से नक्सलियों के खिलाफ आपरेशन चलाया गया उसमें जवानों का काफी कामयाबी मिली उसके बाद जवान एन्टी लैड माई व्हीकल से जा रहे थे. हमारा एप्रोच उनके नजदीक है, वो बौखला गए हैं उनकी बौखलाहट है, रोज लड़ाई चलती है, बहुत कठिन लडाई है जो हमारे जवान लड़ रहे हैं, हमारे जवान बहुत बहादुर हैं जो हर विपरीत परिस्थितियों में भी पूरी बहादुरी से नक्सलियों का सामना कर रहे हैं उन्हें मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं. जहां यह घटना घटी है उसके पास ही सीआरपीएफ का बेस केम्प है. यह वह इलाका है जहां आज तक कोई नहीं पहुंच पाया था वहां हमारे जवान पहुंच गए हैं. उन क्षेत्रों में आज विकास कार्य हो रहे हैं सड़क बन रही है जिसकी किसी ने भी कल्पना नहीं की होगी. उन विकास कार्यों को हमारे जवान सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं जिसकी वजह से ही आज वहां विकास संभव हो पा रहा है. इसीलिए ही नक्सली बौखला गए हैं. उन्होंने कहा कि यहां नक्सलियों के खिलाफ हमारे जवान वैसी ही जंग लड़ रहे हैं जैसे बार्डर में, सियाचिन में लड़ाई होती है. सीएम ने कहा कि जवानों की शहादत जाया नहीं जाएगी छत्तीसगढ़ में बहुत जल्दी ही नक्सलियों का खात्मा होगा. सारा देश आज इनके शहादत को सलाम करता है. नक्सलियों द्वारा बार-बार आईईडी विस्फोट कर अपनी नापाक मंसूबों में कामयाबी पर उन्होंने कहा कि आईईडी को डिटेक्ट करना बहुत मुश्किल है. आईईडी का अगर डिटेक्शन हो जाए तो हम 6 महीने में लड़ाई खत्म कर लेंगे. दुर्भाग्य है कि आईडी की डिटेक्शन की तकनीक अभी तक नहीं है.
नई तकनीक का उपयोग करेंगे- अहीर
वहीं जवानों की श्रद्धांजलि कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सुरक्षाबल पूरी ताकत से कठिन लड़ाई लड़ रहे हैं. दुखद घटना हुई है देश की जनता अपेक्षा करती है कि ये घटना न हो. केन्द्र सतर्क है हम आधुनिक तकनीक और हथियारों का उपयोग करेंगे. पूरी ताकत से नई-नई तकनीक का हम उपयोग करेंगे, दुबारा ये घटना न हो सरकार इसको लेकर गंभीर है.