रायपुर- छत्तीसगढ़ पुलिस के कारनामों को सुनकर चौंक जाएंगे कि ये आरोपियों को श्मशान घाट से भी उठा ले जाती है। सुनकर हैरानी तो हुई ही होगी। आइए बताते है कि हुआ क्या? दरअसल पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में पिछले दिनों एबीवीपी के छात्र नेताओं ने कुलपति के कमरे में जमकर तोड़फोड़ किया था, जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रदर्शनकारी छात्रों के खिलाफ बलवा का प्रकरण दर्ज कराया।

प्रकरण दर्ज करने के बाद पुलिस ने एक-एक करके प्रदर्शन करने वाले छात्रों की धरपकड़ शुरू कर दी। इन्ही छात्रों में शामिल एक छात्र शंकर साहू के चाचा जवाहर साहू का निधन हो गया। निधन के बाद उनकी अंत्येष्टि निकाली गई। अंतिम क्रिया के लिए उन्हें मारवाड़ी श्मशान घाट ले जाया गया। खबर लगते ही भारी तादात में पुलिस भी मारवाड़ी श्मशान घाट पहुंच गई।
एक सीएसपी, दो टीआई समेत 20 पुलिसकर्मियों को देखकर श्मशान घाट में मौजूद लोगों को एकबारगी लगा कि पुलिस किसी शातिर अपराधी को पकड़ने आई है, लेकिन जैसे ही ये पता चला कि ये पुलिस छात्र नेता शंकर साहू को हिरासत में लेने पहुंची है, तो विरोध भी शुरु हो गया। विरोध इस बात का था कि पुलिस का ये अमानवीय चेहरा है कि अपने परिजन की अंतिम क्रिया में जुटे युवा छात्र नेता केो आख़िर पुलिस कैसे हिरासत में ले सकती है?
मौके पर मौजूद बीजेपी विधायक देवजीभाई पटेल ने पुलिस अधिकारियों से बात की। अधिकारियों ने आला अधिकारियों से बात करने की नसीहत दे डाली। देवजी पटेल ने पहले एडिशनल एसपी विजय अग्रवाल और फिर एसपी डॉ संजीव शुक्ला को काल किया लेकिन जवाब मिला- गिरफ्तारी तो श्मशान घाट से ही होगी। नाराज विधायक में पहले गृहमंत्री रामसेवक पैकरा को फोन किया और बात नही होने की स्थिति में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को फोन पर जानकारी दी।

खूंखार कैदी को पकड़ने में सक्षम है रायपुर पुलिस उन्हें बस्तर भेज दें?

खबर है कि बीजेपी विधायक देवजीभाई पटेल ने विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल और मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को श्मशान घाट से ही पूरी जानकारी दी। ये भी कहा कि बड़े बड़े अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियो को पुलिस ढूंढ नहीं पा रही है, लेकिन छात्रनेता को पकड़ने श्मशान घाट में 20-20 पुलिसकर्मियों को भेजा जा रहा है। देवजीभाई पटेल ने कहा कि अपराधियों को पकड़ने में रायपुर पुलिस को महारत हासिल है, इन्हें नक्सलियों को पकड़ने सुकमा भेज देना चाहिए।

नक्सल मुद्दे पर बैठक ले रहे थे सीएम

बताया जा रहा है कि जैसे ही बीजेपी विद्यायक देवजीभाई पटेल के फोन कॉल की जानकारी सीएम डॉ रमन सिंह को मिली उन्होंने तत्काल देवजी को दोबारा फोन किया और पूरे मामले में पुलिस को दिशा निर्देश देने की बात कही। सीएम के निर्देश के बाद पुलिस ने शंकर साहू को श्मशान घाट से गिरफ्तार नही किया।