संचार क्रांति योजना उन लोगों को तकनीक के युग से जोड़ने का कार्य कर रही है जो आर्थिक तंगी की वजह से दूर थे. रमन सरकार की यह योजना ऐसे लोगों के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है. अब लोग सूचना तकनीक की दुनिया से सीधा जुड़ रहे हैं. लोगों को रमन सरकार की तरफ से 4 जी स्मार्ट फोन दिया जा रहा है. फोन में हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ मौजूद है. बच्चों से लेकर बड़े तक फोन के माध्यम से अपने-अपने उपयोग के आधार पर मोबाइल एप का इस्तेमाल कर रहे हैं. इस योजना  के तहत महासमुंद जिले के पिथौरा में भी स्मार्ट फोन का वितरण किया गया है. योजना के तहत मिले फोन ने यहां के रहवासियों के जीवन में काफी बदलाव ला दिया है. उनके जीवन में अब तनाव की जगह खुशियां है. 
रमेश सिन्हा, विधि अग्निहोत्री । नगर पंचायत क्षेत्र में रहने वाली रामहीन चौहान का जीवन आर्थिक तंगी के बीच गुजर रहा था. वो भी लोगों को फोन में बात करते देखती थी तो उसे भी लगता था कि काश उसके पास भी एक मोबाइल फोन होता और वह भी अपने रिश्तेदारों का फोन पर हाल चाल जान लेती. लेकिन मजदूरी से इतने पैसे नहीं मिलते थे कि वह की पैड वाला मोबाइल भी खरीद पाती. लिहाजा मन मसोस कर रहने के सिवाय उसके पास और कोई चारा नहीं बचता था. उसका जीवन इसी तरह बीतते जा रहा था. उसने सोचा भी नहीं था कि उसकी चाहत इस तरह से पूरी होगी और डॉ रमन सिंह की योजना के तहत निशुल्क में उसे मोबाइल मिलेगा. रामहीन कहती हैं अब दूसरों के घर जाकर बात नहीं करना पड़ रहा है. वे इसके लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दे रही हैं. इसी तरह मजदूरी कर घर चलाने वाली भारती डडसेना की भी ऐसी ही कुछ कहानी है. उसे भी रमन सरकार की संचार क्रांति योजना के तहत स्मार्ट फोन मिला है. स्मार्ट फोन मिलने से वह भी बेहद खुश है. उसके भी परिवार में खुशियों का माहौल है.
रमन सरकार द्वारा संचार क्रांति योजना के तहत जो स्मार्ट फोन लोगों को वितरित किया जा रहा है. वह टच स्क्रीन फोन बहुत से लोगों का सपना हुआ करता था कि वे भी शहर में रहने वाले लोगों की तरह टच स्क्रीन फोन का इस्तेमाल करें. उनकी भी ख्वाईश अब जा कर पूरी हुई है. सामान्य परिवार से आने वाली मोगरा साहू को भी स्काई योजना के तहत स्मार्ट फोन मिला है. वे भी फोन पाकर बेहद खुश हैं. मोगरा का कहना है कि गरीबों को मोबाइल देकर सरकार ने बेहद अच्छा काम किया है. छात्रा खिलेश्वरी साहू छात्रा हैं वे कॉले में स्नातक की पढ़ाई कर रही हैं. मोबाइल मिलने से उनकी खुशियों का ठिकाना नहीं है. वे कहती हैं कि स्मार्ट फोन छात्रों के लिए काफी लाभदायक है. फोन से इन्टरनेट के माध्यम से छात्र बेहतर तरीके से पढ़ाई कर सकते हैं. वे कहती हैं इससे पढ़ाई में उन्हें मदद मिली है. संतोष गुप्ता कहते हैं कि सरकार ने मोबाइल देकर बहुत बड़ा काम किया है. हम अपने परिचितों और रिश्तेदारों से घर बैठे बात हो जाती है.  हमें मोबाइल से सरकार द्वारा चलाए जा रहे सभी योजनाओं के बारे में जानकारी मिल जाती है. वहीं इन्टरनेट के माध्यम से सभी तरह की सूचनाएं भी मिल जाती है.
 70 साल की गुरबारो बाई पिथौरा ब्लाक के अठारहगुड़ी पंचायत के सराईटार गांव की निवासी हैं. गुरबारो इस उम्र में भी घूम-घूम कर सब्जी बेचने का काम करती है.  मोबाइल मिलते ही गुरबारों बेहद खुश हुई और अपने फोन लगाकर अपने रिश्तेदारों से बात भी की. गुरबारो अब मुख्यमंत्री से ना सिर्फ मिलना चाहती हैं बल्कि वो फोन से उनसे बात करना चाहती हैं.
नया पारा की रहने वाली रमहीन नारंग गृहिणी हैं. परिवार की आर्थिक स्थिति खराब रहने की वजह से उनके घर में मोबाइल नहीं था. रमहीन कहती हैं कि हमारे घर मे पहले मोबाइल नहीं था, आज मोबाइल है. हम किसी भी समय किसी से भी बात कर सकते हैं.  दुर्घटना होने पर 108 , 112 और  महतारी एक्सप्रेस को घर बैठे फोन लगाकर बुला सकते है. हमारे बच्चे भी मोबाइल से अपने जरूरत के हिसाब से पढ़ाई कर सकते हैं. इन्टरनेट चला के हम दूर के रिस्तेदारों को वीडियो कालिंग करके देखते हुए बात कर सकते हैं. रमहीन भी स्मार्ट फोन मिलने के लिए मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को धन्यवाद दे रही हैं.
 ग्राम पंचायत लहरौद की सरपंच अनिता अजय नंद बताती हैं कि लगभग 500 लोगों को संचार  क्रांति के तहत मोबाइल वितरण किया जाना है. सरकार ने मोबाइल देकर अच्छा कार्य किया है. उन परिवारो को जिनके घरो मे मोबाइल नहीं था, आज सब के हाथो में मोबाइल होगा. वे कहती है कि मोबाइल मिल जाने से बच्चे इंटरनेट के जरिए पढ़ाई कर सकते हैं. वहीं  वो कहती हैं कि मोबाइल सूचना आदान प्रदान करने का एक अच्छा साधन है. इसके साथ ही ग्राम पंचायत अट्ठारहगुड़ी के सरपंच महेन्द्र डडसेना बताते हैं कि ग्राम पंचायत अट्ठारहगुड़ी के लगभग 300 हितग्राहीयो को संचार क्रांति  के तहत मोबाइल वितरण कर दिया गया है. वे कहते हैं मोबाइल पाकर सभी लोग खुश हैं.
निश्चित ही छत्तीसगढ़ में भी बड़ी संख्या में ऐसे लोग रहते थे जो कि सूचना क्रांति के इस दौर में मोबाइल फोन से काफी दूर रहने के लिए मजबूर थे. आर्थिक तंगी की वजह से वे काफी पिछड़े थे. लेकिन डॉ रमन सिंह की संचार क्रांति योजना ने ऐसे लोगों के उस सपने को साकार कर दिया है जिसके लिए उन्हें मन मसोस कर रहना पड़ता था. रमन सिंह की ही देन ही की आज छत्तीसगढ़ में हर हाथ में मोबाइल है. और यह पहला प्रदेश बन गया है देश में जहां हर परिवार के पास स्मार्ट फोन उपलब्ध है.

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