छत्तीसगढ़ देश का इकलौता ऐसा राज्य है जो प्रधानमंत्री मोदी के डिजीटल इंडिया के सपने का साकार करने जा रहा है. इसके साथ ही प्रदेश देश में ऐसा पहला राज्य बनने जा रहा है जहां हर घर में 4 जी स्मार्ट फोन है. प्रधानमंत्री के सपने को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने संचार क्रांति योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत राज्य की 50 लाख से ज्यादा महिलाओं और छात्राओं को स्मार्ट फोन दिया जा रहा है. 

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बूढ़ातालाब  के सामने स्थित इंडोर स्टेडियम में संचार क्रान्ति योजना के तहत आयोजित समारोह में प्रदेशव्यापी मोबाइल तिहार का शुभारंभ किया. इस अवसर पर उन्होंने प्रतिकात्मक स्वरूप 7 महिलाओं और युवाओं को स्मार्ट फोन प्रदान किए.  मुख्यमंत्री के हाथों स्मार्ट फोन पाकर महिलाओं और युवाओं के चेहरे खिल उठे.  मुख्यमंत्री ने पहला मोबाइल अनुसुइया धीवर को दिया. अनुसुइया पिछले दो सालों से आशा क्लस्टर लेवल फेडरेशन (स्वसहायता समूह और ग्रामीणों संगठनों की उच्च स्तरीय संस्था) की अध्यक्ष हैं. फेडरेशन से जुड़ी 7500 महिलाओं का नेतृत्व एक कठिन दायित्व उनके कंधों पर है. अपने पति के स्मार्ट फोन से अनुसुइया ने जाना था कि इसके माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों तक पहुँचना, उन्हें अपनी बातों से अवगत कराना, उन्हें जागरूक करना तथा अपनी बातें कहना आसान है.

संचार क्रांति योजना से मिले स्मार्ट फोन से अनुसुइया 42 ग्रामीण संगठनों एवं 700 स्वसहायता समूहों को वाट्सएप ग्रूप के माध्यम से जोड़कर इनकी मानीटरिंग कर सकेंगी.  स्काई योजना के माध्यम से अनुुसुइया धीवर जैसे ही अब समूह की अन्य महिलाओं के पास भी स्मार्ट फोन हो जाएगा. इससे सूचनाओं का प्रसार तेजी से हो सकेगा. इससे उनका समूह अपनी वित्तीय स्थिति, मीटिंग की तिथियां, भुगतान की तिथियां, आकस्मिक निधि की आवश्यकता, एक दूसरे की समस्याओं को जानना एवं उनके निराकरण के लिए की जा रही कार्रवाई से अवगत हो सकेंगे. बैंकों में जाने की अनावश्यक परेशानी से सदस्यों को बचाने अनुसुइया समूह को डिजिटल पेमेंट सिस्टम से भी जोड़ने की योजना बना रही हैं.

खेती-किसानी में स्मार्ट फोन से मिलेगी मदद

मुख्यमंत्री के हाथों स्मार्ट फोन पा कर भारती बेहद खुश हैं. भारती एक युवा एवं प्रतिभाशाली लडकी है जो कृति इंस्टीट्यूट आफ टीचर्स एजुकेशन से डीएलईडी की पढ़ाई कर रही हैं. वो एक किसान परिवार से है और उनकी इच्छा है कि खेती-किसानी में अपने पिता की मदद कर पाएं. उसकी यह इच्छा अब संचार क्रांति योजना से पूरी हो रही है. स्मार्ट फोन मिलने से उनके सपनों को पंख लग गए हैं. उनके पिता ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं अतः भारती अब अपने स्मार्ट फोन पर इंटरनेट की मदद से अपने पिता जी की खेती-किसानी के लिए प्लान करेंगी. जैसे कब और किस तरह का खाद डालना, बीजों का चुनाव, कीटनाशक का चुनाव आदि जिससे उनके खेतों में बेहतर पैदावार मिल सके और फसल की गुणवत्ता भी अच्छी हो.

शांति अपने मोबाईल से देख सकेंगी सिलाई की नई-नई डिजाइन

शांति दास माना में रहती हैं, उनका टेलरिंग का व्यवसाय है. उनके पति दिव्यांग हैं और फलों की दुकान लगाते हैं. परिवार मूल रूप से शांति की आय पर निर्भर है. शांति के पास अभी सीडीएमए मोबाइल है.  संचार क्रांति योजना से मिले स्मार्ट फोन से वे अपने उपभोक्ताओं को वाट्सएप समूह के माध्यम से जोड़ेंगी. उनके उपभोक्ता दूरदराज के इलाकों में भी रहते हैं इसके माध्यम से उनसे संपर्क करना, डिजाइन के बारे में उनकी राय लेना, उन्हें डिजाइन वाटसएप के माध्यम से दिखा देना बेहद आसान रहेगा.  इसके पहले उसके उपभोक्ता दुकान आकर अपने फोन से डिजाइन दिखाते थे. वो इसे पेपर में बनाती थी और फिर इसे सिलती थी. नये स्मार्ट फोन के माध्यम से वो नई-नई डिजाइन भी सीख सकेंगी तथा अपना हुनर और निखार सकेंगी. वह टैक्सटाइल मार्केट में आए नये ट्रेंड पर भी नजर रख सकेंगी तथा इसके मुताबिक अपने उपभोक्ताओं को डिजाइन दे पाएंगी.

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