संचार क्रांति योजना रमन सरकार की उन महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है जिसने लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव लाया है. जो लोग सूचना तकनीक से बेहद पिछड़े थे अब हर उस हाथ में स्मार्ट फोन देकर रमन सरकार उन्हें तकनीक की इस दुनिया से सीधे जोड़ रही है. बिलासपुर जिले में भी संचार क्रांति योजना के तहत लोगों को मोबाइल फोन दिया जा रहा है. जिले में बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी रहते हैं जो आर्थिक तंगी की वजह से मोबाइल फोन खरीद नहीं पाते थे. लेकिन रमन सरकार ने निराशा में डूबे ऐसे सभी लोगों को 4 जी मोबाइल फोन दे दिया है जो की-पैड मोबाइल भी नहीं खरीद पा रहे थे. मोबाइल मिल जाने की वजह से अब ऐसे लोगों के परिवारों में खुशियों का माहौल है. मोबाइल अब लोगों के लिए सिर्फ बात करने की वस्तु नहीं रह गई है बल्कि इसके जरिए मनोरंजन सहित तमाम चीजों की जानकारी भी मिल जाती है.  मोबाइल मिलने के बाद अब वे तकनीक की इस दुनिया से परिचित हो रहे हैं. जिन लोगों ने कभी इंटरनेट का नाम सुना था आज वो इंटरनेट के माध्यम से मोबाइल में ना सिर्फ समाचार देख रहे हैं बल्कि उन्हें यहां मनोरंजन का खजाना भी मिल गया है. जिन हितग्राहियों को मोबाइल मिला है उनके घरों में ना सिर्फ वे मोबाइल चला रहे हैं बल्कि परिवार के अन्य लोग भी इसका इस्तेमाल कर रहे हैं. वहीं सरकार की सारी योजनाओं की जानकारी भी अब उन्हें आसानी से मिल जा रही है.
 कोटा नगरपंचायत वार्ड 10 में रहने वाली दूज बाई साहू को रमन सरकार की संचार क्रांति योजना के तहत स्मार्ट फोन मिला है. दूज बाई उम्र के 50 बसंत पार कर चुकी हैं. निम्न वर्गीय परिवार से आती हैं. पति खेतों में मजदूरी करते हैं, दूज बाई के परिवार के अन्य सदस्य दूसरे जिलों और राज्यों में रहते हैं वे वहीं कमाते खाते हैं. बड़ी मुश्किल से साल में एकाद बार गांव कुछ दिन के लिए सबसे मिलने आते हैं. परिवार के सदस्यों से बातचीत केवल खत के माध्यम से ही हो पाती थी क्योंकि दूज बाई के पास मोबाइल नहीं था. लिहाजा वो चाहकर भी कुछ नहीं कर सकती थीं. पति के कमाए पैसे से जैसे-तैसे दो वक्त की रोटी ही जुटा पाते थे. छोटी-मोटी बचत भी करते थे ताकी कभी कोई बड़ी जरुरत सामने आ जाए तो किसी के सामने हाथ ना फैलाना पड़े. अब दूज बाई को रमन सरकार से मोबाइल मिलने के बाद वो अपने परिवार के सदस्यों से रोज बातें कर पाती है. परिवार के सदस्यों से बात होने से उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहता. दूज बाई कहती हैं कि रमन सरकार ने उन्हें बेशकीमती तोहफा दे दिया है, उनके इस तोहफे के वजह से उनकी दुनिया में खुशियों की बहार आ गई है. 
दूज बाई की तरह ही पडावपारा की रहने वाली लता बाई मरावी भी एक निम्न वर्गीय परिवार से आती हैं. परिवार की जरुरतों और जिम्मेदारियों  ने 45 वर्ष की उम्र में ही उन्हें 65 की दहलीज पर ले आई थी. संघर्षों की वजह से ना कटने वाले दिन भी बड़े तेजी से बीते जा रहे थे. रिश्तेदारों की याद आती थी तो कभी-कभार पास पड़ोस में रहने वालों के पास चले जाती और उनके मोबाइल से एकाद मिनट में सबका हाल चाल पूछ लेती. वो दिन उसके जीवन के अच्छे दिनों में से एक रहता. वक्त के थपेड़ों ने उस मोड़ पर पहुंचा दिया था जहां ना किस्मत से कोई शिकायत रहती है और ना ही किसी से. लता को जिंदगी से अब कोई उम्मीद नहीं बची थी. अब लता को भी रमन सरकार की संचार क्रांति की योजना के तहत मोबाइल मिला है. मोबाइल पाकर लता की खुशियों का अब ठिकाना नहीं है वो अब जब चाहे तब अपने रिश्तेदारों से बात कर लेती है. घंटों-घंटों सुख दुख के किस्से कह लेती है सुन लेती है. लता अब निराश नहीं रहती है. वह कहती है भले ही मैं रिश्तेदारों से मिल नहीं पा रही लेकिन अब मोबाइल से वीडियो कॉलिंग करना सीख ली हूं अब सबको अपनी आंखों से देख लेती हूं. लता कहती है कि जीवन में कभी भी परिवर्तन हो सकता है, सोचा ही नहीं था कि एक छोटी सी चीज इतनी बड़ी खुशी दे सकती है. वह भी रमन सिंह को दुआएं देती नहीं थकती है. वो कहती है कि सरकार ने उसकी भी सुध ली है.
मीना गुप्ता फोटी कॉपी की दुकान चलाती हैं. उनके पास पहले से मोबाइल था लेकिन वह 3 जी फोन था. सबको 4 जी स्मार्ट फोन चलाते देख मन करता था कि वह भी नया फोन खरीद ले लेकिन वह सोचती कि उन पैसों में वो घर का एक महीना का खर्च चला सकती है. लिहाजा मन मसोस कर रह जाती थी. मीना कहती हैं कि जब पता चला कि रमन सरकार महिलाओं को संचार क्रांति के तहत स्मार्ट फोन देने जा रही है जो कि 4 जी फोन है. अब उसे भी स्काई योजना के तहत स्मार्ट फोन मिल गया है. मीना कहती हैं कि स्मार्ट फोन में तेज गति से इंटरनेट चलता है और बगैर किसी रुकावट के वह यूट्यूब वीडियो इत्यादि देख पाती हैं. मीना कहती हैं कि पहले दुकान में बैठे-बैठे वह बोर हो जाया करती थी. लेकिन अब टाइम अच्छा पास हो जाता है. परिचितों से वीडियो कॉलिंग कर बात कर लेती हैं. वे भी रमन सरकार की इस योजना की तारीफ कर रही हैं.
दूज बाई, लता और मीना जैसी ना जाने कितनी ऐसी महिलाएं हैं, जिनके जीवन में स्मार्ट फोन खुशियां लेकर आया है. किसी की अपने रिश्तेदारों से रोज बात हो जाया करती है तो किसी के मनोरंजन का साधन है.

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