संचार क्रांति योजना के तहत प्रदेश भर में स्मार्ट फोन बांटने का काम तेजी से जारी है. योजना के तहत 50 लाख से ज्यादा महिलाओं और छात्राओं को 4G स्मार्ट फोन बांटे जा रहे हैं.  लोगों को बेहतर मोबाइल कनेक्टिविटी मिले इसके लिए प्रदेश में 1600 नए टावर लगाए जा रहे हैं. फोन की वजह से लोगों की जिंदगी में बड़े परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं. खुद हितग्राही इसकी पुष्टि कर रहे हैं. जिन लोगों के पास पहले मोबाइल नहीं था, ये फोन उन लोगों के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं हो रहा है. अब लोगों को सरकार की सारी योजनाओं की जानकारियां फोन पर मिलने लगी है. बलरामपुर जिले में भी फोन वितरण का काम जारी है. स्मार्ट फोन मिलने से हितग्राहियों में खुशियों का माहौल है और लोग इस योजना को प्रदेश सरकार की सबसे अच्छी योजनाओं में से एक बता रहे हैं. 

गीता को भी संचार क्रांति योजना के तहत स्मार्ट फोन मिला है. निम्न वर्गीय परिवार से आने वाली गीता का जीवन अभावों में बीता जा रहा था. गीता कहती हैं कि स्मार्ट फोन ना सिर्फ उनके लिए बल्कि उनके परिवार के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रहा है. फोन मिलने के बाद से वे अपने परिचितों और रिश्तेदारों से अब रोज बातें कर लेती हैं जो कि पहले उनके लिए संभव नहीं था. फोन नहीं होने की वजह वे किसी का हाल-चाल नहीं ले पाती थीं. गीता कहती हैं कि परिवार में किसी की तबियत ज्यादा खराब हो जाए तो फोन के अभाव में ना तो डॉक्टर को बुला पाते थे और ना अस्पताल जाने के लिए एंबुलेंस को ही फोन कर पाते थे. फोन आ जाने से यह चिंता बिल्कुल खत्म हो गई है. वे इस योजना के लिए रमन सरकार को धन्यवाद दे रही हैं.

कविता छात्रा हैं और वे कॉलेज में बीएससी की पढ़ाई कर रही हैं. कविता बताती हैं कि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से घर में ना तो फोन कनेक्शन था और ना ही मोबाइल था. अगर कभी तबियत खराब हो जाती थी कॉलेज नहीं जा पाती थी. जिसकी वजह से क्लास में होने वाली पढ़ाई छूट जाती थी. क्लास में हुई पढ़ाई की जानकारी लेने साथियों के घर जाना पड़ता था कई बार ज्यादा तबियत खराब होने की वजह से जा भी नहीं पाती थी. उस वक्त लगता था कि काश मेरे पास भी कोई फोन होता तो फोन से सारी जानकारियां ले लेती. कविता कहती हैं कि फोन मिलने की वजह से पढ़ाई में भी काफी सुविधा हो जाती है. कोर्स की कई चीजें जो किताबों में नहीं मिलती थी उसको अब इंटरनेट के माध्यम से विस्तार में जानकारी मिल जाती है. इससे पढ़ाई काफी सुविधाजनक हो गई है.

अनामिका एक सामान्य परिवार से हैं लेकिन परिवार में एक ही मोबाइल था. जो कि पति साथ रखते थे. जब वो काम पर जाते थे और कोई जरुरी काम उस दौरान आ गया तो उनसे बात करना मुश्किल हो जाता था. उसके लिए पास-पड़ोस में रहने वाले लोगों के घर जाना पड़ता था कि किसी के घर में मोबाइल फोन हो तो पति को फोन कर उनसे बात कर सकें. लेकिन सरकार के द्वारा मोबाइल दिये जाने से सारी चिंताएं दूर हो गई है. अब पति से दिन में कई बार बात हो जाया करती है. साथ ही दूर रहने वाले सभी रिश्तेदारों और परिचितों से रोज घंटों बात हो जाती है. वहीं वीडियो कॉलिंग के जरिए एक दूसरे को देख पा रहे हैं. अनामिका बताती हैं कि मोबाइल से अब वे खुद गैस का भी नंबर लगा लेती हैं. अब वे पहले से ज्यादा आत्मनिर्भर हो गई हैं. कई काम वो खुद कर लेती हैं जिससे कि पति को भागदौड़ से राहत मिल गई है.

बलरामपुर जिले में गीता, अनामिका, कविता की तरह बड़ी संख्या में ऐसे परिवार हैं जिन्हें मोबाइल मिला है और मोबाइल मिलने से उनके जीवन में बड़ा परिवर्तन आया है. कई लोगों को मोबाइल ने चिंता मुक्त कर दिया है तो बहुत से ऐसे लोग हैं जिनके लिए यह फोन देश विदेश की जानकारी लेने के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है. जाहिर है छत्तीसगढ़ इकलौता ऐसा राज्य बनने जा रहा है जहां हर महिला के हाथ में स्मार्ट फोन है.

SPONSORED