छत्तीसगढ़ पूर्ण डिजिटल होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है है. गांव-गांव और शहर-शहर को सूबे की रमन सरकार द्वारा सूचना तकनीक से जोड़ा जा रहा है. यहां संचार क्रांति योजना के माध्यम से 50 लाख से ज्यादा महिलाओं व छात्राओं को स्मार्ट फोन बांटे जा रहे हैं. इस योजना ने लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव लेकर आया है, लोग तकनीक की इस दुनिया से अब वाकिफ हो रहे हैं. इन सबके पीछे सिर्फ एक ही शख्स की सोच है और वो हैं सूबे के मुखिया डॉ रमन सिंह. जिनकी स्काई योजना के तहत हर हाथ को आज मोबाइल मिल रहा है.
श्रवण, विधि अग्निहोत्री । घरघोड़ा के सुदूर वनांचल क्षेत्र फगुरम में रेडी-टू-ईट फूड निर्माण करने वाली दुर्गा स्व सहायता समूह की महिलाएं हैं. इन महिलाओं को भी रमन सरकार की संचार क्रांति योजना के तहत मोबाइल मिला है. मोबाईल मिलने से सभी खुश हैं और अपने काम पर समय पर पहुॅंच रही हैं. इन्टरनेट के माध्यम से इन्हें देश दुनिया के ताजे सामाचार जहां पड़ने को मिल जा रहे हैं. वहीं वे फेसबुक और व्हाॅट्सप जैसे सोशल मीडया का इस्तेमाल भी कर रही हैं. इससे वे अपने समूह को भी आर्थिक रुप से मजबूत कर रही हैं.
अहिल्या साहू समूह की अध्यक्ष हैं. अहिल्या बताती हैं कि समूह की सभी महिलाओं को मोबाइल मिला है. वे एक-दूसरे से बात करके एक जगह इकट्ठा हो जाती हैं. वाट्सअप में ग्रुप चैट के माध्यम से समूह को और मजबूत करने की चर्चा करने के साथ ही एक दूसरे के दुख-सुख की बातें भी हो जाया करती है. अहिल्या सरकार की इस योजना की तारीफ कर रही हैं. वे कहती हैं कि सरकार अच्छा काम कर रही है. अहिल्या की तरह ही मीरा प्रधान और बिलासिनी पण्डा को भी मोबाइल मिला है. ये भी समूह की सदस्य हैं. उनका कहना है कि आर्थिक तंगी की वजह से वे लोग मोबाइल नहीं खरीद पा रही थी. अब उनके साथ ही परिवार भी मोबाइल का इस्तेमाल कर लेता है.
घरघोड़ा के वनांचल क्षेत्र पोरडा की रहने वाली 28 वर्षीय तारा पटेल को भी संचार क्रांति योजना के माध्यम से मोबाइल मिला है. तारा गृहिणी हैं और 12 वीं तक की पढ़ाई की हैं. तारा के पति किसी कंपनी में अभी-अभी नौकरी पर लगे हैं, जो कि रोजाना 30 किमी का सफर तय करते हैं. तारा का कहना है कि मोबाइल मिल जाने के बाद उन्हें अब किसी भी चीज की चिंता नहीं रहती. पति जब काम पर रहते हैं और उन्हें देर हो जाती है तो वे वीडियो कॉलिंग पर बात कर लेती हैं और हाल चाल जान लेती है. तारा कहती हैं इंटरनेट के माध्यम से अपनी बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ अपने लिए नौकरी सर्च करते रहती हैं.
घरघोड़ा के नावापारा में रहने वाली रोहिणी साहू छात्रा हैं. वे अभी एम.ए. की पढ़ाई कर रही है. सरकार की इस योजना के तहत उनकी मां को मोबाइल मिला है. मोबाइल मिलने से उनके घर में भी खुशियों का माहौल है. रोहिणी बताती हैं कि मोबाइल मिल जाने से अब परिवार के सदस्य एक दूसरे से संपर्क में रहते हैं.
वहीं क्षेत्र के नागरिक व जनप्रतिनिधि इस योजना को राज्य सरकार की महती योजना बता रहे हैं. लोगों का कहना है कि मोबाइल से जहां लोग दूर रहने वाले रिश्तेदारों और परिचितों से बात कर पा रहे हैं. वहीं सरकार की सारी योजनाओं की जानकारी आसानी से मिल पा रही है. इसके साथ ही 108 एंबुलेंस और 102 महतारी एक्सप्रेस की सेवा लेना आसान हो गया है.
वास्तव में रमन सरकार की इस योजना से आम जनता को लाभ मिल पा रहा है. वे संचार तकनीक के इस युग के माध्यम से देश-दुनिया से सीधे जुड़ रहे हैं. संचार क्रांति योजना के तहत मिले एक फोन से पूरे परिवार को इसका लाभ मिल रहा है.