रायपुर। सोशल मीडिया में बिरनपुर के क्वारेंटाईन सेंटर को लेकर प्रचारित की जा रही पूरी तरह असत्य है। राजनांदगांव जिले में बिरनपुर नाम का कोई स्थान नही है जबकि कबीरधाम जिले के लोहारा विकासखण्ड में बिरनपुर गांव है। यहां शासकीय स्कूल में बनाए गए क्वारेंटाईन सेंटर में लोगों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन द्वारा भोजन, नास्ता, शौचालय और चिकित्सकीय परीक्षण के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।

कबीरधाम जिले के लोहारा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी केशव वर्मा ने बताया कि ग्राम बिरनपुर को कन्टेंमेंट जोन घोषित किया गया है। बिरनपुर में क्वारेंटाईन में रखे गए सभी व्यक्तियों को भोजन थाली में ही परोसा जा रहा है। इस सेंटर में कोविड- 19 के संक्रमण के बचाब के उपायों के तहत सभी प्रवासी श्रमिकांे को अलग-अलग स्टील की थाली और ग्लास दिए गए है जिसमें श्रमिको को दाल-चावल और सब्जी परोसा जाता है। उन्होंने बताया कि बिरनपुर क्वारेन्टीन में 75 श्रमिकों को रखा गया था। इस केंद्र में 75 वर्ष की बुजुर्ग महिला कोरोना पाजेटिव मिलने के बाद बिरनपुर और तालपुर को कन्टेन्टमेंट जोन घोषित किया गया था। अन्य श्रमिकों की सोमवार को निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद आज जिन श्रमिकों ने 14 दिन पूरा कर लिए थे, उन्हें घर जाने की अनुमति दी गई है। वर्तमान में इस क्वारेन्टीन सेंटर में 11 श्रमिक रुके हुए है। इसके अलावा भोजन के समय भी फिजिकल डिस्टेंसिंग और साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। यहां किसी भी व्यक्ति को अखबार में खाना नही परोसा गया है। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ सामाजिक संस्थाओं और पंचायत पदाधिकारियों के माध्यम से यहां की व्यवस्था का संचालन किया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया में पेज 11 न्यूज के हवाले से राजनांदगांव जिले के बिरनपुर क्वारेंटाईन सेंटर की खबर प्रचारित की गई है, जिसमें क्वारेंटाईन सेंटर में अव्यवस्था का उल्लेख किया गया है। जबकि राजनांदगांव जिले में बिरनपुर नाम से कोई गांव ही नही है।