रायपुर। पल्स ग्रीन रियल स्टेट कंपनी में पैसा निवेश करने वाले छत्तीसगढ़ के 30 लाख निवेशकों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी अब तक पैसा वापस नही किया गया है. जिसके बाद हजारो की संख्या में पैसे वापस करने की मांग को लेकर प्रदेशभर के हितग्राहियो ने राजधानी में जुटकर सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.  इन निवेशकों का कहना है कि 2014 के बाद से उनका पैसा अब तक लौटाया नही गया है जबकि 2 फरवरी 2016 को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश देते हुए सेबी को पैसा वापस करने को कहा था. लेकिन आदेश के ढाई साल बित जाने के बाद भी उनका पैसा वापस नही किया गया. उन्होंने कहा कि इस बात की जानकारी होने के बाद भी सरकार ने इसे लेकर कोई कदम नही उठाया. देश मे 6 करोड़ और छत्तीसगढ़ में 30 लाख निवेशक है जिनका पैसा वापस नही किया गया है.
यह है मामला:-
दरसअल पल्स ग्रुप कंपनी 1983 से देश के हर क्षेत्र में कारोबार कर रही थी. इसी क्रम में छत्तीसगढ़ में भी यह कंपनी रियल स्टेट को लेकर योजना चला रही थी. जिससे लोगो ने इसमे निवेश किया था. लेकिन 22 अगस्त 2014 को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने कंपनी के सारे बैंक अकाउंट सीज कर कंपनी के सारे सम्पतियों के दस्तावेज जब्त कर लेनदेन बंद करवा दिया था. जिसके बाद ग्राहकों का पैसा मिलना बंद हो गया. जिसके बाद कंपनी ने सुप्रीम में अपील की थी. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 2 फरवरी 2016 को कमेटी गठित कर उनकी निगरानी में कंपनी के सारे संपति को नीलाम कर कंपनी के सारे निवेशकों का पैसा वापस करने का आदेश सेबी को सुनाया था. लेकिन उसके बाद भी निवेशकों को उनका पैसा नही मिल पाया. जबकि सरकार की केंद्रीय एजेंसी के अनुसार देन दारी 49100 करोड़ एवं जब्त संपत्तियो की मार्केट वैल्यू 1.85 लाख करोड़ बताई गई है.
सरकार को दी चेतावनी
पैसा वापस नही होने से परेशान निवेशकों ने सरकार को चेतावनी भी दे डाली है. उनका कहना है कि जब से एनडीए की सरकार आयी है तभी से उनके द्वारा रियल स्टेट में लगाया पैसा नही मिल रहा है. इससे पहले उनका पैसा मिल जाया करता था. निवेशकों की हितों की रक्षा करना सरकार की जवाबदारी है. सरकार को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि अगर उनका पैसा वापस नही किया जाता है तो वो चुनाव में मतदान नही करेंगे. बता दे कि देश के 6 करोड़ निवेशकों का 49100 करोड़ और छत्तीसगढ़ के 30 लाख निवेशकों का 2000 करोड़ रुपया पिछले ढाई वर्षो से वापस नही किया गया है. जिसके बाद छग के सभी निवेशक जिन्होंने इस कंपनी के रियल स्टेट को लेकर पैसा लगाया है वो सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए है.