रायपुर। आपने एक पेड़ लगाया है. पेड़ लगाकर प्रकृति के साथ आपका जुड़ाव हो गया है. इस पृथ्वी को बचाने का एक बड़ा योगदान है. जब आप बड़े हो जाएंगे अपने पैरों पर खड़े हो जाएंगे तो एक बार यहां आकर अपना लगाया पौधा देखना. दिल से खुशी मिलेगी. दिल को छू लेने वाली यह बात सूबे के मुखिया डॉ रमन सिंह ने पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में आयोजित वृक्षारोपण के कार्यक्रम में कही. वनमहोत्सव के कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री ने खुद भी पौधा रोपण किया. उन्होंने कृष्ण वट का पौधा लगाया. इस दौरान वन मंत्री महेश गागड़ा, राजेश मूणत सहित वन विभाग के कई अधिकारी मौजूद थे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने वन संपदा, पर्यावरण और वन्य प्राणी को सुरक्षित रखने की शपथ भी दिलाई.
आज दो अगस्त को पंडित रविशंकर शुक्ल की जयंती भी है. इस अवसर पर वन विभाग द्वारा हरियर छत्तीसगढ़ वृक्षारोपण महाअभियान के तहत विश्वविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण समारोह का आयोजन किया गया. वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार महाअभियान के तहत परिसर के लगभग 40 एकड़ के रकबे में दो चरणों में विभिन्न प्रजातियों के 20 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. आज पहले चरण में छह हजार पौधे लगाए जाएंगे. छत्तीसगढ़ में 282 करोड़ वृक्ष हैं. इस साल 7 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य है.
इस दौरान वन मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि आप सबने जो वृक्षारोपण किया है. आने वाले दिनों में भी आप अपने घरों में भी वृक्षारोपण करे. भविष्य में हम सब ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण करेंगे यही संकल्प आज लेकर जाएंगे.
वहीं राज्य के एडिशनल चीफ सक्रेटरी सीके खेतान ने मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की तारीफों का पुल बांध दिया. उन्होंने कहा देश में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के अलावा शायद ही कोई मुख्यमंत्री होगा जो वृक्षों के प्रति, हरियाली के प्रति इतना सजग होगा. जब भी कोई उद्योगपति मुख्यमंत्री से मिलकर कहता है कि मैं समाज के लिए कुछ करना चाहता हूं तो सीएम कहते हैं कि वृक्षारोपण के लिए आप कुछ कीजिये. मुख्यमंत्री फलदार वृक्ष लगाने पर जोर देते हैं. 200 स्केवयर किलोमीटर वन क्षेत्र बढ़ा है. ये मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का वृक्षारोपण के प्रति रुझान है कि 44 फीसदी वन क्षेत्र वाले राज्य में भी उनकी लगातार कोशिश वृक्षारोपण को लेकर रहती है.
उधर हास्य कवि पद्मश्री सुरेंद्र दुबे ने कहा कि  14 साल पहले मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जो विकास का पौधा लगाया था, वह आज तेजी से बढ़ रहा है. सीएम ने जो पेड़ रोपा था आज वह बड़ा होकर ऑक्सीजन दे रहा है. पौधा लगाना पुण्य का काम है. यदि चार पौधे लगाए तो चार धाम का पुण्य मिल जाएगा.