पुरुषोत्तम पात्र,गरियाबन्द. छत्तीसगढ़ के सुपेबेड़ा में किडनी की बीमारी से हो रही मौत के मामले में पिटीशन दायर के बाद शासन से मिले जवाब की पड़ताल करने उच्च न्यायालय के न्याय मित्र सुपेबेड़ा पहुंचे थे. न्याय मित्र ने पूरे मामले की जांच कर जवाब न्यायालय में पेश किया है, ज्यादातर बिन्दु हकीकत से दूर है. हाईकोर्ट में रिपोर्ट फाइल की जानकारी दिया जाएगा.

सुपेबेड़ा में किडनी से हो रही मौतों का आंकड़ा बढ़ता देख रायपुर के समाज सेवी देवर्षि तिवारी ने हाईकोर्ट बिलासपुर में पिटीशन दायर किया था. मामला रजिस्टर्ड कर कोर्ट ने शासन से जवाब तलब किया था. इसी जवाब की पड़ताल के लिये आज उच्च न्यायालय के न्याय मित्र सुनील कोटवानी सुपेबेड़ा पहुंचे थे. मौके ओर सीएमएचओ इस आर बंजारे भी थी. अफसरो के सामने ही शासन के जवाब के हर बिन्दु की पड़ताल अधिवक्ता न्याय मित्र कर रहे थे.

पानी के सोर्स के अलावा अब तक उपलब्ध कराए गए संसाधन की जानाकरी अफसरों से जुटाने के अलावा हर वर्ग के लोगों से मिलकर न्याय मित्र कई बिन्दुओं पर जानकारी जुटाए. करीबन 3 घण्टे ग्रामीणों के बीच बिता कर वापस लौटे है. न्याय मित्र सुनील कोटवानी ने बताया कि शासन ने जो रिपोर्ट माननीय उच्च न्यायालय को सौंपी है उसमें व वास्तविकता में बहुत फर्क नजर आ रहा है.  न्यायालय को रिपोर्ट सौंपने के बाद ही वे विस्तार से जानकारी देने की बात कही है.