रायपुर। प्रदेश में आज से स्किल ऑन व्हील्स कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. कार्यक्रम के तहत कौशल रथ दो चरणों में ये रथ प्रदेश के सभी जिलों में जाएगा. पहले चरण में 13 जिलों और दूसरे चरण में 14 जिलों में रथ जाएगा. मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और केन्द्रीय राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगड़े ने कौशल रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
ये रथ लोगों में जागरुकता लाने के साथ ही कौशल शिक्षा के प्रचार सभी जिलों में करेगा.
लोगों को कौशल शिक्षा से जोड़ने के लिए अभियान का आगाज आज से हो गया है. इस अभियान के तहत 4 साल में 1 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है. शुभारंभ के इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि जो हमारे पास शिक्षक और प्रशिक्षक उपलब्ध है उन्हें विश्वस्तरीय ट्रेनिंग दी जा रही है.  आज कौशल उन्नयन के लिये लाइवलीहुड कालेज की स्थापना हमने की जहां आज कई लोग ट्रेनिंग ले रहे हैं. आज हमारे पास वीटीपी है जो कार्य कर रहे है. सीएम ने इसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि आज तक 4 लाख बच्चों को इससे लाभ मिला, जिसमें से 2 लाख से अधिक बच्चों को जॉब मिल चुका है जो कि एक बड़ी उपलब्धि है. इसे और बढ़ाया जाएगा. इसमें एसआईएस है, सिपेट है,आईसीआईसीआई है, ओपी जिंदल रायगढ़ है.
डॉ रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ के बच्चों को बैंगलोर, दिल्ली जैसी जगहों में जॉब मिला है. सरगुजा, मानपुर के बच्चे जब वहां से वापिस आतें है तो वहां से आने के बाद उनकी शक्ल इतनी बदल जाती है कि उन्हें पहचान पाना मुशिकल हो जाता है. वो स्मार्ट हो जाते हैं. कौशल उन्नयन से बच्चों के जीवन में उत्साह आता है. उन्होंने केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े की तारीफ करते हुए कहा कि जब से हेगड़े साहब इस विभाग में आये हैं तब से चमत्कारी रूप से नए-नए प्लान्स लागू कर रहे हैं, जो अपने आप में अद्भुत हैं. हमने आखिर ये कानून क्यों बनाया है ये चिंता करना चाहिए. क्योंकि जापान, चीन में 80 परसेंट लोग स्किल्ड हैं. हमारे यहां लोग बिहार से आकर छत्तीसगढ़ में पंचर बनाते हैं. पुट्टी करने वाले मजदूर राजस्थान से आते है, प्लंबर बाहर से आते हैं, इलेक्ट्रिशियन का काम करने वाले बाहर से आते हैं. अब यहीं सबको ट्रेनिंग दी जायेगी. हमारे पास आज आईआईआईटी है, आईआईएम है अन्य बड़े संस्थान हैं. ये आयोजन अभी तक का सबसे बड़ा आयोजन है.

छत्तीसगढ़ ने देश में बनाया आदर्श

वहीं केन्द्रीय मंत्री हेगड़े ने कहा कि हम इस बात से प्रसन्न है कि छत्तीसगढ़ ने देश मे पहली बार राइट टू स्किल्स बना कर देश भर में नया आदर्श खड़ा किया है. यहां स्किल ऑन व्हील्स की शुरुआत भी की जा रही है. प्रदेश सरकार ने लाइवलीहुड कॉलेज की शुरुआत की और इस वजह से छत्तीसगढ़ का नाम और ऊचाईयों को छू रहा है. बाकी राज्यों में भी हम छत्तीसगढ़ की इन उपलब्धियों को गिनाते हैं छत्तीसगढ़ का नाम आज नइ नई ऊंचाइयों को छू रहा है.
उन्होंने कहा कि पहले सभी लेबर बेस्ड इकॉनमी ही थी. इंडस्ट्री से लेकर सभी चीजें लेबर बेस्ड ही थीं लेकिन अब हमें नॉलेज बेस्ड इकॉनमी की ओर अग्रसर होना होगा. बाकी सभी देशों की बात करें तो वहां नॉलेज बेस्ड इकॉनमी को ही ज्यादा महत्व दिया जाता है. हेगड़े ने कहा जब तक छत्तीसगढ़ नॉलेज कैपिटल नहीं बनेगा इसकी पूरी डेवलपमेंट धरी की धरी रह जाएगी.  हर गांव में इसी सपने को लेकर हम जाएंगे. देहात के सभी लोगों का सपना होता है कि वह एक बंगले में रहे, वह यह नहीं चाहेगा कि हमेशा ही वह उसी झोपड़ी में जिंदगी गुजारे.  छत्तीसगढ़ के लाइवलीहुड कॉलेज की हेगड़े ने जमकर तारीफ की, उन्होंने कहा हम तो पढ़े लिखे हैं हम अपनी जिंदगी तो बना ही लेंगे. अगर हम एक और आदमी को सफल बनाने में उसका सहयोग करेंगे तो ये हमारे लिए बड़ी उपलब्धि होगी. इसी के लिए स्किल ऑन व्हील्स अभियान की शुरुआत की जा रही है. उन्होंने सभी से अनुरोध भी किया कि आप लोग भी ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसमें जोड़ने का प्रयास करें.