रायपुर। अपने नौनिहालों को स्कूल बस में बिठाने के बाद अगर आपने भी अपने कर्तव्यों की इतिश्री समझ ली है तो यह खबर आपके लिए है. आपको यह जानकर बड़ा झटका लग सकता है, आपके होश फाख्ता भी हो सकते हैं कि आप जिन स्कूल बस ड्रायवरों और कंडेक्टर पर भरोसा कर अपने जिगर के टुकड़ों को छोड़ रहे हैं वे खुद या तो बस चलाने के लिए फिट नहीं है या फिर नशे के आदि हैं.
दरअसल भवंस स्कूल बस दुर्घटना के 5 दिन बीतने के बाद नींद से जागे ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ द्वारा स्कूल बसों की फिटनेस का जांच शिविर लगाया गया. पुलिस लाइन में आयोजित शहर के सभी स्कूल बसों की जांच के दौरान स्कूल बसों में कई बड़ी खामिया मिली.
स्कूल बसों की जो जांच की गई उसके प्रमुख बिंदु गाड़ी के ब्रेक हार्न सहित सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय किए गए नार्म्स की पड़ताल करना था. इस दौरान बसों में एक खास तरह का स्टीकर चिपकाया गया. वहीं बस ड्रायवरों की फिटनेस की भी डाक्टरों द्वारा जांच की गई. जिसमें 1 बस ड्रायवर नशे की हालत में मिला वहीं 1 की उम्र 65 वर्ष से ज्यादा की पाई गई. जिस ड्रायवर की उम्र ज्यादा पाई गई उस स्कूल के संचालक को ड्रायवर को रिटायर करने के लिए कहा गया है. इस दौरान गाड़ियों के सभी कागजातों की भी जांच की गई.
उधर जांच के दौरान ही एक ड्राइवर नशे की हालत में पाया गया. वहीं अधिकारियों का कहना है कि इसके बाद गाड़ियों की चेकिंग की जाएगी और उस दौरान जिन गाड़ियों में स्टीकर नहीं मिले उन पर कार्रवाई की जाएगी. आपको बता दें कि 5 दिन पहले भवन्स स्कूल की बस दुर्घटना ग्रस्त हो गई थी जिसमें 3-4 बच्चों को उसमें चोंट आई थी. जांच के दौरान पता चला था कि गाड़ी में ब्रेक काफी कम था.
पुलिस लाइन में आज हुई जांच में कुल 155 स्कूली बसों को लेकर आया गया. जिसमें MM College के 4 वाहनों को छोड़कर 62 वाहनों में सामान्य त्रुटि पाए जाने पर 51 हजार 5 सौ रुपए समन शुल्क वसूल किया गया. MM College के 4 वाहनों में 80 की लिमिट में डिवाइस सेट है जिसकी वजह से उनका मूल फिटनेस आरटीओ द्वारा जब्त कर लिया गया है. आरटीओ के मुताबिक जो वाहन 8 जुलाई को भी गाड़ियों की जांच की जाएगी. उस दौरान जो गाड़ियां नहीं पहुंचेंगी तो उन्हें सड़क में ही जब्त कर लिया जाएगा.