महासमुंद। स्कूल से शिक्षाकर्मी का दिन दहाड़े अपहरण किये जाने के मामले में महासमुंद पुलिस को बड़ी सफलता  मिली है. पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अपहरित शिक्षाकर्मियों को सकुशल छुड़ा लिया है.

मामला मंगलवार दोपहर तकरीबन 1 बजे का है, बसना थाना क्षेत्रके खम्हन स्थित सरकारी प्राथमिक पाठशाला में पढ़ाने वाले शिक्षक शिक्षाकर्मी वर्ग 3 गौरी शंकर तिवारी का फिल्मी स्टाइल से अपहरण हो गया था. मारुति वैन से आए अपहरणकर्ताओं ने स्कूल के अंदर से अपहरण कर लिया था. घटना की सूचना पर बसना पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया था.

मामले की तहकीकात करते हुए पुलिस ने आस-पास के सभी इलाकों के सीसीटीवी कैमरों को खंगाल डाला. जिसमें एक सीसीटीवी कैमरे में अपहरण में इस्तेमाल की गई मारुति वैन सारंगगढ़ की ओर जाती नजर आई. पुलिस अपहरण किये गए शिक्षाकर्मी के परिजनों को लेकर सारंगगढ़ के लिए रवाना हो गई. इसी बीच पुलिस ने क्षेत्र के सभी मुखबीरों को अलर्ट कर दिया.

जिसके बाद पुलिस को मुखबीर से सूचना मिला कि कुछ लोग रात के अंधेरे में एक व्यक्ति को संदिग्ध हालत में लेकर ग्राम सिन्धीचुवा थाना बिलाईगढ़ के जंगल में घूम रहे हैं. जिसके बाद एसपी महासमुंद संतोष सिंह ने क्राइम ब्रांच और बसना थाना की टीम को मौके के लिए रवाना कर दिया. पुलिस की टीम ने जंगल के भीतर धावा बोलते हुए अपहरित शिक्षक गौरीशंकर तिवारी को अपहरणकर्ताओं से छुड़ा लिया और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. अपहरणकर्ताओं का सरगना नरन्द्र कुर्रे था पुलिस ने उसके साथियों हरिसिदार, लक्की चौहान, लोकेश्वर महिलांग, दीपक महिलांग, अनिल इक्का, को भी गिरफ्तार कर लिया है.

यह थी अपहरण की वजह

पूछताछ में घटना की वजह आपसी लेन देन की सामने आई है. गौरी शंकर तिवारी ने आरोपी नरेन्द्र कुर्रे से तकरीबन ढ़ाई तीन लाख रुपए उधार लिया था. उधार का पैसा देने में शिक्षाकर्मी आनाकानी कर रहा था जिसकी वजह से आरोपी नरेन्द्र कुर्रे ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके अपहरण की योजना बनाई. अपहरण करने के बाद शिक्षाकर्मी के परिजनों से उधार का पैसा आरोपी वसूल करना चाह रहे थे.