रायपुर- छत्तीसगढ़ में सियासी संग्राम के नतीजे आने के पहले कांग्रेस में बवंडर मच सकता है. चुनाव के संभावित नतीजों को लेकर पीसीसी ने गुरूवार को सभी 90 प्रत्याशियों की एक अहम बैठक बुलाई है, लेकिन इस बैठक के ठीक पहले  चर्चा चल रही है कि टिकट वितरण को लेकर संगठन में जमकर लेन-देन की गई है. बताते हैं कि बड़े नेताओं के नाम पर कुछ कांग्रेसी नेताओं ने प्रत्याशियों से मोटी रकम वसूली है. हालांकि इसकी जानकारी किसी भी बड़े नेताओं तक नहीं पहुंची. सूत्र बताते हैं कि प्रत्याशियों से यह कहकर रकम वसूली गई है कि स्क्रीनिंग कमेटी तक इसे पहुंचाना है. 

लल्लूराम डाॅट काम के पास इस बात की पुख्ता जानकारी मौजूद है कि एक प्रत्याशी से बिचौलिये नेताओं ने  35 लाख रूपए की वसूली यह कहते हुए कि है कि स्क्रीनिंग कमेटी तक रकम पहुंचाए जाने के बाद ही उसके नाम का ऐलान होगा. जबकि सूत्र बताते हैं कि स्क्रीनिंग कमेटी ने पहले से ही उस प्रत्याशी का नाम अपनी अंतिम सूची में शामिल कर लिया था. बताया जा रहा है कि वसूली करने वाले नेताओं का यह गुट रायपुर से लेकर दिल्ली तक सक्रिय था. इस गुट को इस बात की खबर थी कि स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक कब होगी और सूची कब जारी की जाएगी. इस बात फायदा उठाकर ही प्रत्याशियों से मनमाने ढंग से रकम वसूली गई. कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की माने तो राज्य के किसी भी आला नेता को इस बात की कानों कान खबर नहीं हुई.

कई प्रत्याशियों ने रकम देने से किया मना

नाम न छापने की शर्त पर एक प्रत्याशी ने लल्लूराम डाट काम से हुई बातचीत में कहा है कि नाम का ऐलान होने के पहले से लेकर नाम जारी होने तक कई दौर के फोन काल्स आए. कहा जाता रहा कि स्क्रीनिंग कमेटी तक इतनी रकम पहुंचानी है. नाम अंतिम सूची में शामिल कर लिया जाएगा. प्रत्याशी का कहना है कि तमाम फोन काल्स के बीच उन्होंने यह कहकर जवाब दे दिया कि मेरे पास इतनी रकम नहीं है. यह संभव नहीं हो पाएगा. टिकट दिलाए जाने के नेताओं के दावों के बावजूद संगठन ने टिकट दिया और चुनाव में हम जीतने की स्थिति में आ गए हैं.

वसूली करने में जुटे नेता घूम रहे चमचमाती गाड़ियों में

इधर खबर आ रही है कि स्क्रीनिंग कमेटी और आला नेताओं के नाम पर वसूली अभियान में जुटे नेताओं ने लाखों रूपए की चमचमाती गाड़ियां खरीद ली है. नेता चमचमाती गाड़ियों में न केवल रायपुर की सड़कों पर घूम रहे हैं, बल्कि उसी शान औ शौकत से राजीव भवन की तफरी भी कर रहे हैं. संगठन के आला नेताओं की नजर में भी ऐसे नेता आ गए हैं. नाम न छापने की शर्त पर एक आला नेता ने यह कहा है कि अभी संगठन का ध्यान सरकार बनाने को लेकर है. सरकार बनने के बाद ऐसे नेताओं पर पार्टी गंभीरता से कार्रवाई करेगी.

राहुल गांधी तक पहुंचा मामला

बताते हैं कि इस मामले की जानकारी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी तक पहुंची है. राहुल की गोपनीय टीम इस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है कि बगैर स्क्रीनिंग कमेटी और पीसीसी की जानकारी के बगैर प्रत्याशियों से रकम की वसूली क्यों की गई? कौन-कौन से लोग इसमें शामिल रहे? कितने प्रत्याशियों से कितनी रकम वसूली गई? हालांकि बताया जा रहा है कि ऐसी किसी भी पड़ताल की जानकारी पीसीसी को नहीं है.

भीतरघातियों पर गिरेगी गाज

खबर है कि गुरूवार को 90 सीटों की समीक्षा के लिए पीसीसी द्वारा बुलाई गई बैठक में भीतरघातियों की रिपोर्ट भी ली जाएगी. संगठन नेताओं ने तमाम प्रत्याशियों से कहा है कि उनकी विधानसभा सीटों पर किए गए भीतरघात या खुलाघात करने वाले नेताओं के नाम बेखौफ होकर बताया जाए. कांग्रेस के नेताओं की माने तो भीतरघात या खुलाघात करने वाले नेताओं पर संगठन सख्ती बरतने के मूड में है. ऐसे में संकेत हैं कि कांग्रेस ऐसे नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकती है.