रायपुर। स्वाइन फ्लू, डेंगू जैसी अनेकों बीमारियों को लेकर लोगों को मीडिया के माध्यम से अवेयर करने वाले स्वास्थ्य विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर महेन्द्र जंघेल नहीं रहे. रविवार को उनका देहांत हो गया. बताया जा रहा है कि उन्हें स्वाइन फ्लू हुआ था. उनकी असमय मौत की खबर सुनकर स्वास्थ्य विभाग के साथ ही सारे मीडियाकर्मी भी स्तब्ध हैं. आज सबसे पहले उनके बीमार होने की खबर स्वास्थ्य विभाग के एक व्हाट्सअप ग्रुप में आई. फिर कुछ देर बाद उनकी मौत की खबर भी इसी ग्रुप में आई. खुद हेल्थ विभाग के डायरेक्टर आर प्रसन्ना ने मीडिया को इस दुखद खबर की जानकारी दी.

इस ग्रुप में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अलावा मीडिया कर्मी भी जुड़े हुए हैं. यह ग्रुप स्वास्थ्य विभाग से संबंधित जानकारियों मीडियों को देने के लिए बनाया गया है. इसमें स्वास्थ्य विभाग से जुड़े आला अधिकारी भी शामिल हैं. महेन्द्र जंघेल ही मीडिया कर्मियों को स्वास्थ्य विभाग की सारी खबरें ग्रुप के माध्यम से दिया करते थे.

पहले रिपोर्ट आई थी निगेटिव

बताया जा रहा है कि 10-12 दिल पहले जंघेल दिल्ली गए थे, वहां से लौटने के बाद उनकी तबियत खराब हो गई थी. तीन-चार दिन पहले उन्हें राजधानी के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. अधिकारियों के मुताबिक पहले उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी लेकिन बीमारी के लक्षण स्वाइन फ्लू के ही थे. शनिवार को उन्हें हैदराबाद के एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था.

स्वास्थ्य विभाग के डिफ्टी डॉयरेक्टर सोनवानी ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि अब तक दुर्ग-भिलाई और रायपुर से 134 संदिग्धों मरीजों के सैंपल आए जिसमें कि 14 सेंपल पॉजीटिव पाए गए. वहीं महेन्द्र जंघेल को मिलाकर प्रदेश में अब तक तीन लोगों की स्वाइन फ्लू से मौत हुई है. जिसमें कि 1 बालोद और 1 दुर्ग का मरीज शामिल है.