हरियाणा में जहां हमेशा लड़कियों से ज्यादा लड़कों का लिंगानुपात हुआ करता था। वहीं आज हरियाणा अपनी छवि बदल दी है। पिछले साल के मुकाबले हरियाणा में लड़का और लड़की के लिंगानुपात में इजाफा हुआ है।

हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की है कि राज्य में पहली बार मार्च 2017 में जन्म के समय लिंगानुपात 1000 लड़कों पर 950 लड़कियां हो गई है। पलवल और नारनौल जिलों में सबसे अधिक लिंगानुपात है, जहां 1000 लड़कों पर क्रमश: 1217 और 1279 लड़कियां हैं। पिछली साल पहली बार हरियाणा में लिंगानुपात 900 के पार गया था।

वहीं सीएम ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम की शुरुआत के बाद हरियाणा में लिंगानुपात को बेहतर करने को एक चुनौती के तौर पर लिया था। जिसमें हरियाणा कामयाब हो रहा है।

मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि इस साल मार्च तक जन्म के समय लिंग अनुपात 1,000 लड़कों पर 950 लड़कियों का रहा। उन्होंने बताया कि ऐसा राज्य के इतिहास में पहली बार हुआ है।

जिलों के आकंड़ों के मुताबिक, मार्च तक लिंगानुपात कैथल-864, रोहतक-863, झज्जर-893, गुरुग्राम-893, भिवानी-893, जींद-896, फतेहाबाद-898, पंचकुला-912, रेवाड़ी-913, अंबाला-921, मेवात-926, सोनीपत-939 और फरीदाबाद-947 रहा है।

और राज्यों के आकड़ो के मुताबिक, करनाल-953, हिसार-972, यमुनानगर-974, सिरसा-976, कुरुक्षेत्र-976, पानीपत-976, पलवल-1,217 और नारनौल 1,279 में लिंगानुपात रहा।