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रायपुर- छत्तीसगढ़ में खनिज विभाग का सारा काम ऑनलाइन हो गया है…मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज खनिज ऑनलाइन डॉट कॉम का शुभारंभ किया…इस दौरान मुख्यमंत्री ने जे के लक्ष्मी सीमेंट का ट्रांजिट पास ऑनलाइन जारी किया…..
इस पोर्टल के जरिये आवेदन, रॉयल्टी और अन्य शुल्क भुगतान और रिटर्न्स से संबंधित काम ऑन लाइन हो सकेंगे…..खनिज विभाग का दावा है कि इससे कामकाज में पारदर्शिता आएगी…..इसके जरिये माइनिंग दफ्तर के कि चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी….. इसमें खनिज वाहनों और संयंत्रों का पंजीयन भी ऑन लाइन किया जा सकेगा….. पोर्टल के जरिये चेक पोस्ट पर और खनिज परिवहन पर ऑन लाईन निगरानी की जा सकेगी….
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि देश मे पहला राज्य है छत्तीसगढ़ जिसने प्रक्रियाओं की जटिलता को खत्म कर खनिज ऑनलाइन पोर्टल शुरू किया है….छत्तीसगढ़ में इस सुविधा की जरूरत थी….बस्तर से सरगुजा तक मेजर और माइनर मिनरल्स है…छत्तीसगढ़ की इकोनॉमी का बड़ा हिस्सा है….हजारों परिवार इससे जुड़े हैं….सीएम ने कहा- डीएमएफ और खनिज निधि को जोड़ दे तो छत्तीसगढ़ के विकास में इसकी बड़ी भागीदारी है….हमने 1300 किलोमीटर रेलवे विस्तार की कल्पना की है बल्कि उसे साकार कर रहे है….देश के दूसरे राज्यों के सामने ये मिसाल है….सैकड़ों किलोमीटर की जो सड़क बना रहे हैं उसमें इस राशि की बड़ी भूमिका है….उन्होंने कहा कि 2025 तक छत्तीसगढ़ की क्या जरूरत है उसे लेकर हमने प्लानिंग की है….इस प्लानिंग को पूरा करने में हम एक घंटे भी पीछे नहीं है….हर मुख्यमंत्री 5 साल के लिए सोचता है लेकिन मैं जब मुख्यमंत्री बना तो मैंने 25 साल की कार्ययोजना तैयार की…
मुख्य सचिव विवेक ढांड ने कहा कि दो साल पहले प्रधानमंत्री ने कहा था कि- डिजिटल इंडिया की ओर जाना है….इससे काम के तरीके आसान होंगे और भ्रष्टाचार कम होगा…..उन्होंने ये भी कहा था कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस के तहत उद्योगों के लिए तमाम जटिल प्रक्रियाओं से निजात मिलेगी….छत्तीसगढ़ इज ऑफ डूइंग में देश में चौथे नम्बर है लेकिन आने वाले दिनों में हम नम्बर वन बनेंगे…..पूरी दुनिया मे अफ्रीका रिसोर्स फूल कंट्री के तौर पर जाना जाता था लेकिन उन्होंने अपने रिसोर्स का बेहतर इस्तेमाल नहीं किया….यही वजह है कि आज अफ्रीका भुखमरी और गरीबी झेल रहा है…..विवेक ढांड ने कहा-हमने रिसोर्स का बेहतर इस्तेमाल किया है…..प्रधानमंत्री ने डीएमएफ की कल्पना की थी और आज वो अपने भाषण में कहते हैं कि डीएमएफ में आज छत्तीसगढ़ में सबसे बेहतर काम किया है…..डीएमएफ की राशि का छत्तीसगढ़ में सबसे बेहतर इस्तेमाल हो रहा है….इस राशि से स्थानीय स्तर पाए लोगों को स्किल्ड बनाया जा रहा है….यहीं वजह है कि आज देश मे छत्तीसगढ़ को स्किल कैपिटल ऑफ कंट्री हो गया है….
मुख्य सचिव ने कहा कि पहले खदान के लिए 90 फीसदी वक़्त कलेक्टर के बाबू के टेबल पर ही बीतता था…अब ऑनलाइन काम होने से ट्रांसपेरेंसी आएगी….
सीएमडीसी के चेयरमेन शिवरतन शर्मा ने कहा- छत्तीसगढ़ में खनिज का बड़ा महत्व है…छत्तीसगढ़ के विकास के लिए होने वाले खर्च में खनिज से मिलने वाली राशि का बड़ा हिस्सा है….छत्तीसगढ़ की धरती रत्नगर्भा धरती है…हर तरह के खनिज यहां है…खनिज विभाग के काम मे पारदर्शिता आये, यही सरकार की प्राथमिकता है…खनिज विभाग का काम ऑनलाइन होने से बड़ी सुविधा होगी…खासतौर पर उन लोगों को जिन्हें खनिज का पट्टा मिला है….
सुबोध सिंह ने माइनिग को लेकर एक प्रेजेंटेशन दिया. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास में खनिज और खनिज आधारित उद्योग में काफी अहम महत्वपूर्ण योगदान है. मिनरल से आने वाले राजस्व में बढ़ोतरी हुई है। 600 करोड से बढ़कर 4100 करोड़ हो गया है. सुबोध सिंह ने कहा कि- मीडिया में आता है कि छत्तीसगढ़ का बड़ा हिस्सा माइनिंग में दे दिया लेकिन ऐसा नहीं है, .75 फीसदी क्षेत्र में ही माइनिंग की जाती है…
इंटिग्रेटेस मिनरल एन्ड माइन्स को लेकर पोर्टल तैयार किया गया है….इसमे सारे एप्रुवल ऑनलाइन जारी होंगे…ट्रांजिट पास भी खुद ही जारी हो सकेंगे..सुबोध सिंह ने कहा- ये पोर्टल यूजर फ्रेंडली है….इसमे काम करना बेहद आसान है….