बेंगलुरू। हिना जायसवाल भारतीय वायुसेना की पहली महिला फ्लाइट लेफ्टिनेंट बनी हैं. वे बेंगलुरु के उत्तरी उप नगर में स्थित येलाहांका एयर बेस की 112 वीं हेलीकॉप्टर यूनिट की फ्लाइट लेफ्टिनेंट थीं. रक्षा मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी. मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि फ्लाइट लेफ्टिनेंट हिना जायसवाल ने येलाहांका वायु सेना स्टेशन में कोर्स पूरा करने के बाद पहली महिला फ्लाइट इंजीनियर बनकर इतिहास रच दिया है. छह महीनों के पाठ्यक्रम के दौरान हिना ने अपने पुरुष प्रतिद्वंद्वियों के साथ प्रशिक्षण लेते हुए अपनी प्रतिबद्धता, समर्पण और दृढ़ता का प्रदर्शन किया.
उधर हिना ने कहा कि पहली महिला फ्लाइट इंजीनियर बनने की मेरी उपलब्धि सपना पूरा होने जैसी है क्योंकि मैं बचपन से ही सैनिकों की वेशभूषा पहनने और पायलट बनने के लिए प्रेरित होती थी. मैं विमानन में अपने काम को लेकर उत्साहित हूं और काम के दौरान आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हूं. आपको बता दें हिना ने पंजाब यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में स्नातक किया है. वे सैनिक के रुप में वायु सेना की इंजीनियरिंग शाखा में जनवरी 2015 को भर्ती हुई थीं. फ्लाइट इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में शामिल होने से पहले फ्रंटलाइन सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल दस्ते में फायरिंग टीम की प्रमुख और बैटरी कमांडर के तौर पर काम किया. हिना का फ्लाइट इंजीनियरिंग का कोर्स 15 फरवरी को पूरा हुआ.
गौरतलब है कि 2018 में फ्लाइट इंजीनियर ब्रांच को महिला अधिकारियों के लिए खोला गया. इसके पहले यहां केवल पुरुषों का ही वर्चस्व हुआ करता था.