माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म Twitter ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि भारत पिछले साल ट्विटर से कंटेंट हटाने का अनुरोध करने वाले टॉप देशों में शामिल था. मंगलवार को ट्विटर ने अपने सुरक्षा प्रयासों पर डेटा शेयर किया और जानकारी दी कि उसे 1 जनवरी से 30 जून, 2022 तक दुनियाभर की सरकारों से कंटेंट हटाने के लिए लगभग 53,000 लीगल रिक्वेस्ट रिसीव हुए हैं.

इसको लेकर, अक्सर सरकारों का तर्क रहता है कि वह महज ‘भड़काऊ कंटेंट’, ‘गलत तथ्यों’ या ‘अफवाहों’ पर नकेल कसने के प्रयास करती हैं. इन सब चर्चाओं के बीच अब लोकप्रिय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म, ट्विटर (Twitter) ने यह दिलचस्प रिपोर्ट पेश की है.

अकाउंट की जानकारी मांगने वाले टॉप पांच देश भारत, अमेरिका, फ्रांस, जापान और जर्मनी हैं. ट्विटर की रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि भारत ने जुलाई और दिसंबर 2021 के बीच पत्रकारों और न्यूज आउटलेट्स के वेरीफाई हैंडल से ट्वीट हटाने के लिए सबसे अधिक अनुरोध किए थे. ट्विटर ने अपने ब्लॉग में कहा है कि ट्विटर, नियमों का उल्लंघन करने वाली कंटेंट पर कार्रवाई करना जारी रखेगा और सरकारी कानूनी अनुरोधों के जवाब में यूजर्स के अधिकारों की भी रक्षा करता रहेगा.

रिपोर्ट बताती है कि संबंधित अवधि (जनवरी-जून, 2022) के दौरान ट्विटर को उपयोगकर्ताओं के लगभग 6,586,109 कंटेंट हटाने पड़े थे, क्योंकि यह ट्विटर के नियमों का उल्लंघन कर रहे थे. यह आँकड़ा साल 2021 की दूसरी छमाही के मुकाबले 29% अधिक था.

रिपोर्ट के मुताबिक, यूजर्स के अकाउंट से जुड़ी जानकारी मुहैया कराने के सबसे ज्यादा अनुरोध (20 फीसदी) अमेरिका से मिले उसके बाद भारत (19 फीसदी) से. सर्वाधिक सूचना मांगने वाले शीर्ष पांच देशों में जापान, फ्रांस और जर्मनी भी शामिल हैं. जुलाई से दिसंबर 2021 के बीच दुनियाभर में सामग्री हटाने के लिए किए गए कुल 47,572 अनुरोध में से 3,992 यानी आठ प्रतिशत अनुरोध भारत से मिले थे.

पत्रकारों और न्यूज ऑर्गेनाइजेशन द्वारा पोस्ट किए गए कंटेंट को हटाने के लिए 3,992 कानूनी मांगें की गई थी. 12 अप्रैल को ट्विटर प्रमुख एलॉन मस्क ने स्वीकार किया था कि सोशल मीडिया कंपनियों के लिए भारत के नियम काफी कड़े हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी कंपनी अपने कर्मचारियों को जेल भेजने के बजाय भारतीय सोशल मीडिया कानूनों का पालन करेगी.

16 लाख से से भी ज्यादा अकाउंट हुए सस्पेंड

ट्विटर ने अपने रिपोर्ट में जानकारी दी कि 16 लाख से अधिक अकाउंट को नियमों का उल्लंघन करने के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. सस्पेंड किये गए अकाउंट में दुरुपयोग/उत्पीड़न, बाल यौन शोषण, हैक की गई कंटेंट, नग्नता वाले कंटेंट, हिंसक हमलों के अपराधी, निजी जानकारी, आत्महत्या या खुद को नुकसान पहुंचाने, संवेदनशील मीडिया, आतंकवाद/ हिंसक कंटेंट, और हिंसा जैसे कंटेंट पब्लिश करने वाले अकाउंट शामिल हैं.