मुंबई/ दिल्ली – बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे के मार्गदर्शन में रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी मुंबई और कनेक्टिंग ड्रीम फाउंडेशन के संयुक्त प्रयासों से शुरू किया गया इंडिया कोविन एक्शन नेटवर्क अब आम लोगों के बीच राहत और जरूरत का सबसे विश्वसनीय प्लेटफार्म बन गया है । लॉकडाउन के दौरान इस डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए अब तक एक लाख जिंदगियों को सुकून और राहत पहुंचायी जा चुकी है ।
मदद लेने और मदद देने वाले इस मंच पर भारतीय नीति आयोग की मोहर लगने के बाद ये फोरम सबसे प्रभावशाली भी बन गया । पीड़ितों तक राहत पहुंचाने के इस आंदोलन में देश भर में 3 हजार से ज्यादा एनजीओ और करीब चार हजार वॉरियर दिन-रात एक कर रहे हैं । पांच हजार मामले मदद की गुहार लगा चुके हैं जिसमें से करीब 3 हजार मामले सुलझा लिए गये हैं । एक वाक्ये का जिक्र करते हुए कोविन वॉरियर सुनील तिवारी ने बताया कि बिहार के एक अधिकारी से उन्हें सूचना मिली दिल्ली के द्वारका इलाके में वहां के मजदूर बुरी तरह से फंस गये हैं । ना राशन का इंतजाम है और ना ही अन्य जरूरी सामानों का । कर्फ्यू जैसे हालात में भोजन का इंतजाम उनके लिए दूभर होता जा रहा है और मदद कुछ हो नहीं रही है । सुनील तिवारी ने मामले की पड़ताल की और गंभीरता का अंदाजा लगाकर उन्होंने स्थानीय कारोबारी अमरेंदर से संपर्क किया जो मूलत: बिहार के ही है । अमरेंदर ने इस नाजुक मौके पर गजब मानवीयता का परिचय दिया और अपने दम पर उन्होंने 2 हजार से ज्यादा विस्थापित मजदूरों के राशन का इंतजाम किया और लॉकडाउन तक उनकी देखभाल सुनिश्चित कर ली है । सुनील तिवारी के ऐसे कई प्रयास अब देश के अन्य वॉरियर्स को प्रेरित कर रही है ।
दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके के लिए रिक्शावालों का हाल भी कम बुरा नहीं था । रिक्शा बंद तो खाना-पीना भी बंद ऐसा बुरा हाल हो गया। रिक्शेवाले ना तो घर जा सकते ना ही रिक्शा कहीं छोड़ सकते । सड़क ही सहारा था और सूनापन ही जिंदगी । तब ऐसे बेहाल लोगों पर नजर पड़ी इलाके के वॉरियर अनमोल की । अनमोल ने हर संभव मदद के लिए लोगों को टटोला । इलाके के रिक्शावालों की बात हर प्रभावशाली आदमी तक पहुंचाने की कोशिश की । थोड़ी थोड़ी मदद से अनमोल की झोली भरने लगी तो इलाके के रिक्शे वालों का पेट भी भरने लगा । कोरोना के इस संकट में अनमोल ने उठा ली ही रिक्शावालों के परिवारों को संभालने की जिम्मेदारी ।
को-विन एक्शन नेटवर्क पर सुनील तिवारी, अनमोल, अमरेंदर , शिप्रा त्रिपाठी ऐसे नाम नायकों की तरह सामने आ रहे हैं । कोरोना काल से पहले ये आम जिंदगी जीनेवाले ये लोग कोरोना काल में दूसरों की जिंदगी के लिए खास हो गये । और ऐसे लोगों की चलते एक लाख जिंदगियां चैन की नींद सो रही है ।