शिवम मिश्रा, रायपुर। राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर लोक सभा निर्वाचन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 10 अधिकारियों को पुरस्कार प्रदान किया गया. इसमें 100% मतदान वाले मतदान केंद्र की बीएलओ गौरी सारथी के अलावा समग्र संपादन के लिए बीजापुर जिले को भी शामिल किया गया.

रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में आयोजित मुख्य निर्वाचन कार्यालय द्वारा आयोजित  राज्य स्तरीय समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य सूचना आयुक्त एमके राउत मौजूद थे, वहीं विशिष्ट अतिथि राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुर राम सिंह थे. कार्यक्रम में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा भी आयोजन में जुड़े  मतदाता दिवस पर पुरस्कृत होने वाले अधिकारियों को बधाई दी.

मुख्य अतिथि एमके राउत ने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम रखा गया है. 18 साल के और जो युवा मतदाता होते हैं. उनको ज्यादा से ज्यादा प्रजातंत्र में जोड़ने के लिए और इनके लिए जो वोटर आईडी कार्ड बनाने की जरूरत होता है वह सब खासकर यूनिवर्सिटी में होते हैं, इसीलिए आज यहां कार्यक्रम रखा गया था. उन्होंने कहा कि आज यहां कार्यक्रम में जितने लोग भी थे. सभी ने शपथ भी लिया.

उन्होंने कहा कि आप देख रहे हैं कि हर इलेक्शन में वोट की संख्या बढ़ रही है और यह देखा जा रहा है की नए वोटर्स ज्यादा से ज्यादा आ रहे हैं. इसीलिए यह कार्यक्रम रखा गया था. कुछ बच्चों को आज एपिक वोटर आईडी कार्ड दिया गया. और जो जिले पिछले निर्वाचन में अच्छे कार्य किये हैं, उनके प्रतिनिधि को भी आज पुरस्कृत किया गया.

उन्होंने कहा कि राजनैतिक दल अपना खर्चा बताते हैं. लेकिन राजनैतिक दलों को जो चंदा मिलता है. उसके लिए केंद्रीय सूचना आयोग का एक आदेश है कि वह राजनीतिक दलों को भी सूचना के अधिकार पर परिधि में लिया जाए. वह अब तक अंतिम नहीं हो पा रहा है क्योंकि राजनीतिक दल उस में सहयोग नहीं कर रहे हैं. कोर्ट कचहरी जा रहे हैं.

रीना बाबा साहेब कंगाले ने कहा कि 10 राष्ट्रीय मतदाता दिवस के आयोजन में मुख्य उद्देश्य युवा मतदाताओं को मतदान प्रक्रिया से जोड़ना और निर्भयता से और निष्पक्षता से मतदान करने का था. इस संदेश को इलेक्टोरल लिटरेसी फॉर स्ट्रांग डेमोक्रेसी यह स्लोगन रहा है. मतदान के इस लोकतंत्र महापर्व से इन सब को जोड़ने के लिए ये कार्यक्रम रखा गया था. युवा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए विभिन्न प्रकार के यूनिवर्सिटी में महाविद्यालयों में जागरूकता अभियान चलाया जाता है.