रायपुर. छत्तीसगढ़ में स्कूल शिक्षा विभाग ने नए वर्ष के पहले दिन दो नए अभियान शुरू किए हैं. गणितीय कौशल विकास के लिए 100 दिवसीय अभियान, स्कूल छोड़ चुके बच्चों के लिए व्यावसायिक शिक्षा पाठ्यक्रम-स्किल हब एनिशियेटिव कार्यक्रम की शुरूआत हुई है.

स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम ने दोनों योजनाओं के शुभारंभ की घोषणा करते हुए कहा कि कोरोना के कारण स्कूल बंद रहने से बच्चों के लर्निंग लॉस को कम करने के लिए राज्यव्यापी सौ दिनों का पठन और गणितीय कौशल विकास कार्यक्रम शनिवार से शुरू किया जा रहा है.

इस सौ दिवसीय कार्यक्रम को तीन स्तरों के लिए तैयार किया गया है. पहला स्तर में आंगनबाड़ी से कक्षा दूसरी तक के बच्चे, दूसरे स्तर में कक्षा तीसरी से पांचवी तक और तीसरे स्तर में कक्षा छठवीं से आठवीं तक के बच्चों को शामिल किया गया है. कार्यक्रम 14 सप्ताहों में विभाजित किया गया है. प्रत्येक सप्ताह के लिए भाषा और गणित में अलग-अलग थीम साझा की जाएगी. इस थीम को बहुत अच्छे से कक्षा के सभी बच्चों में पूरे सप्ताह अभ्यास करवाते हुए उन्हें दक्ष बनाए जाने के लिए शिक्षकों द्वारा प्रयास किया जाएगा. कक्षा के भीतर और बाहर समुदाय के सहयोग से सप्ताह के लिए निर्धारित सामग्री का अभ्यास कराया जाएगा.

मंत्री डॉक्टर टेकाम ने कहा कि स्कूल छोड़ चुके बच्चों के लिए स्किल हब एनिशियेटिव कार्यक्रम राज्य में पहली बार विद्यालय स्तर पर समग्र शिक्षा और व्यावसायिक शिक्षा पर आधारित कौशल केन्द्र की पहल की जा रही है. इसके अंतर्गत राज्य में कुल 86 विद्यालयों का चयन भारत सरकार द्वारा किया गया है. प्रथम चरण में प्रदेश के 17 जिलों के 18 विद्यालयों का चयन किया गया है. कौशल केन्द्र के माध्यम से 15 से 29 आयु वर्ग के शाला छोड़ने वाले विद्यार्थियों को उपलब्ध व्यावसायिक कोर्स पर कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे उनकी क्षमता का विकास हो सके. ताकि भविष्य में इन सीखे हुए कौशल का उपयोग कर रोजगार और अन्य शैक्षणिक गतिविधियों में कर सकें.

इसके साथ ही कौशल केंद्र के माध्यम से शिक्षा से बाहर रहने वाले विद्यार्थियों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य भी हो सकेगा. उन्होंने कहा कि जो बच्चे इस कार्यक्रम से जुड़ रहे हैं उनके कौशल विकास के साथ-साथ स्वरोजगार और रोजगार के अवसरों को प्राप्त करने के लिए रास्ते खुलेंगे. प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रत्येक विद्यालय से अधिकतम 40 विद्यार्थियों का एक बैच होगा. प्रशिक्षण से सर्टिफिकेशन कार्यक्रम की कुल अवधि 6 माह होगी. प्रशिक्षण प्रत्येक दिवस विद्यालय अवधि के बाद लगभग दो घंटे और साप्ताहिक अवकाश में संचालित किया जाएगा. मंत्री. टेकाम ने सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों से कार्यक्रम में अधिक से अधिक भाग लेने का अनुरोध किया.

स्कूल शिक्षा सचिव डॉक्टर. कमलप्रीत सिंह ने सौ दिन के अभियान में शिक्षकों को युद्ध स्तर पर कार्य करने की बात कही है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर स्किल हब इनिशिएटिव कार्यक्रम स्कूल छोड़ चुके बच्चों को रोजगार हेतु प्रशिक्षण देने के लिए संचालित किया जा रहा है. इसमें आईटीआई और पाॅलीटेक्निक काॅलेजों को भी जोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि बच्चों को दिया जाने वाला प्रशिक्षण समसामायिक होना चाहिए, ताकि उन्हें वास्तव में रोजगार मिले. पढ़ाई के साथ रोजगार के लिए युवा प्रशिक्षण भी ले सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि आगामी सौ दिन महत्वपूर्ण हैं. इसका अधिक से अधिक लाभ उठाएं.