रायपुर. छत्तीसगढ़ में धान खरीदी के खरीफ सीजन में पिछले साल का रिकार्ड टूट गया है. राज्य में समर्थन मूल्य पर अब तक 102 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है. जबकि पिछले साल 2021-22 में 98 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी. धान खरीदी का ये आकड़ा और भी बढ़ेगा. धान खरीदी 31 जनवरी 2023 तक चलेगी. राज्य के 22.72 लाख किसानों ने धान बेचा है. जिसके एवज में इन किसानों को 21,006 करोड़ रुपये का भुगतान बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत किया गया है.

उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने चालू खरीफ सीजन में 110 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है. धान खरीदी केन्द्रों में दिख रही किसानों की चहल-पहल और धान की आवक से यह अनुमान है कि यह लक्ष्य भी आसानी से प्राप्त हो जाएगा. खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए निरंतर धान का उठाव जारी है. अब तक कुल धान खरीदी 102 लाख मीट्रिक टन धान में से 87 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध मिलर्स द्वारा 78 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है.

बता दें कि राज्य सरकार की किसान हितैषी फैसलों से इन चार वर्षों में लगातार किसानों की पंजीयन और रकबा में वृद्धि हुई है. इस वर्ष 24.96 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है, इनमें 2.30 लाख नए किसान हैं. किसानों को धान विक्रय में सहूलियत हो इस लिहाज से राज्य में 2617 धान उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं.

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 18 जनवरी को 23 हजार से ज्यादा किसानों से 95 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है. ऑनलाइन प्राप्त टोकन के जरिए किसानों से 6 हजार टन धान की खरीदी हुई है. अधिकारियों ने बताया कि इस खरीफ सीजन में सामान्य धान 2040 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान 2060 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है. इसी तरह राज्य में धान खरीदी की व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. सीमावर्ती राज्यों से धान के अवैध परिवहन को रोकने के लिए चेक पोस्ट पर माल वाहकों की चेकिंग की जा रही है.