रायपुर। रेलवे सुरक्षा बल के डीजी का पद संभालने के बाद पहली बार रायपुर पहुंचे अरुण कुमार ने रायपुर रेल मंडल में रेलवे की सुरक्षा और पिछले दिनों की गई कार्रवाई की जानकारियां दी. 1 अक्टूबर को आरपीएफ के महानिदेशक का पद संभालने वाले अरुण कुमार सभी जोन में भ्रमण पर निकले हैं. उन्होंने बताया कि रेलवे की सुरक्षा को और पुख्ता बनाने के लिए जल्दी ही आरपीएफ में बंफर भर्तियां की जाएंगी. तकरीबन 10 हजार पोस्ट निकाले जाएंगे. उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 के दौरान कुल 83 मामले रेलवे संपत्ति अधिनियम के तहत दर्ज किया गया. जिसमें 102 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करते हुए कब्जे से 1 लाख 35 हजार 553 रुपये की बरामदगी की गई है. अक्टूबर तक  10 हजार 144 व्यक्तियों को रेलवे अधिनियम के विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार कर रेलवे मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया. इनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनसे 26 लाख 38 हजार 200 रुपये की जुर्माना राशि वसूली गई.

उन्होंने बताया कि अक्टूबर तक ट्रेनों तथा रेलवे परिसर में लावारिस हालात में घूमते हुए पाए गए 93 नाबालिग बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सामने प्रस्तुत कर बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया. इस दौरान विभिन्न ट्रेनों में यात्रा के दौरान रेल-यात्रियों के छूटे हुए सामानों को सही सलामत उन्हें सौंपा गया. जिसमें 176 बैग/पर्स, 46 लैपटॉप, मोबाइल को उनके मालिकों की पहचान कर सही सलामत उनके सुपुर्द किया गया.

रायपुर मंडल में कार्यरत आरपीएफ द्वारा ना सिर्फ रेलवे संपत्तियों की सुरक्षा और रेलवे अधिनियमों का कड़ाई से पालन कराया गया बल्किट्रेनों में सफर कर रही 12 महिला रेलयात्रियों को भी मदद पहुंचाई गई. रायपुर मंडल अंतर्गत स्थित विभिन्न आरक्षण केंद्रों से 9 व्यक्तियों के विरुद्ध रेलवे अधिनियम की धारा 143 के तहत कार्यवाही करते हुए रेलवे मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया.जहा मामला अभी विचारणीय है. रायपुर मंडल से गुजरने वाली विभिन्न ट्रेनों में बिना पर्याप्त कारण से ट्रेनों में जंजीर खिंचने वाले 724 व्यक्तियों के विरुद्ध रेलवे अधिनियम की धारा 141 के तहत कार्यवाही की गई.उनसे 2 लाख 59 हजार 415 रुपये जुर्माना वसूला गया है. अनधिकृत रूप से यात्रियों से पैसा मांगकर परेशान करने वाले 504 किन्नरों के विरुद्ध रेलवे अधिनियम की धारा 144 के तहत कार्रवाई की गई. जिसमें उनसे 3 लाख 18 हजार 800 रुपये जुर्माना वसूला गया है. उन्होंने बताया कि आरपीएफ द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर और भी पुख्ता इंतज़ाम किए जाएंगे. फर्जी तरीके से टिकट जारी करने वाले लोगों पर आरपीएफ लगाम कसेगी. उन्होंने बताया कि पिछले दिनों भी राजधानी में आरपीएफ द्वारा ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई. ऑनलाइन टिकट बेचने वाले और एप्लीकेशन के जरिये टिकट बेचने वाले लोगों पर और भी कड़ी कारर्वाई की जाएगी.

अमृतसर हादसे से सबक

अमृतसर में हुए दर्दनाक हादसे का जिक्र करते हुए डीजी आरपीएफ ने कहा कि रायपुर में भी रेल लाइन के किनारे ही रावण दहन किया जाता है. यहां भी बड़े नेताओं का आगमन होता है. निश्चित ही भीड़ तो होगी ही. अगली बार इन कार्यक्रमों के समय सारिणी और स्थान में बदलाव संभव है. मैंने उस स्थान को आते वक्त देखा है. हादसा न हो इसलिए हमें पहले से तैयारी करनी चाहिए इसलिये जहां पर दहशरा उत्सव होता है उसे शिफ्ट किया गया है. यह सही फैसला है.