सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। राजनांदगांव के अनुसूचित जनतजाति क्षेत्र मानपुर मोहला से करीब 12 सौ ग्रामीण कल पदयात्रा कर रायपुर पहुंचे है. सभी ग्रामीण रविवार रात को इनडोर स्टेडियम में रात्रि विश्राम किया. कुछ ही देर में पदयात्रा कर राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात करेंगे. ग्रामीणों की मांग है कि पांचवी अनुसूची जो पहले से लागू है, उसका पालन करवाया जाए.

मांग को लेकर मोतीलाल हिरवानी ने बताया कि संविधान में जनजाति क्षेत्र को विशेष अधिकार प्राप्त है. मानपुर मोहला को जनजाति क्षेत्र घोषित किया गया है, लेकिन जो विशेष अधिकार हमें मिलना चाहिए, वह नहीं मिल सका है. कभी भी हमें हमारे विशेष अधिकार का परिपालन नहीं कराया गया. हमें जीवन जीने की समस्या, शिक्षा, स्वास्थ्य समेत तमाम तरह की समस्याएं है. मूलभूत सुविधाएं हमें नहीं मिल पा रही है. ना ही रोजगार मिल पा रहा है. हम राज्यपाल से मांग रखना चाहते हैं कि हमारे हिस्से का जो चीज है हमें मिल जाए. पांचवी अनुसूची में पेसा ग्राम सभा में जो सिस्टम बनाए गए है उस नीति, नियम का पालन कराया जाए. उतने में ही न्याय मिल जाएगा.

सरपंच हेमलाल दर्रों ने बताया कि 12 सौ से ज्यादा लोग पैदल चलकर आए हैं. पांचवी अनुसूची पेसा ग्राम सभा के पालन के करवाने की मांग को लेकर हम यहां पहुंचे है. हमने मोहलत भी दी थी, लेकिन अब तक किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई, इसलिए हमें मजबूरन पैदल चलकर आना पड़ा.

ये दो प्रमुख मांगे है –

  1. पांचवी अनुसूची पेसा ग्राम सभा ग्रामसभा का पालन करवाना है.
  2. गोदावरी और सारडा माइन से मजदूरों को बीते 10 महीनों से उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ है.